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एम्स में दो महीने से डाॅक्टर बनकर घूम रहा था 12वीं पास इंटरव्यू लेते पकड़ाया…

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अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में नाैकरी लगवाने के नाम पर लाेगाें से लाखाें रुपए ठगने वाले 12वीं पास फर्जी डाॅक्टर काे पुलिस ने गिरफ्तार किया है। अाराेपी खुद काे एम्स में डाॅक्टर बताकर यहां मरीजाें का इलाज भी करता था। गुरुवार काे उसने लाेगाें काे अपॉइंटमेंट लेटर देने के लिए एम्स बुलाया अाैर अांकाेलाॅजी डिपार्टमेंट में बैठकर भर्ती प्रक्रिया कर रहा था। नर्सिंग स्टाफ काे शक हुअा ताे पुलिस बुलाई। पुलिस अाराेपी काे गिरफ्तार कर उससे पूछताछ कर रही है।

टीआई बागसेवनिया उमराव सिंह ने बताया कि अाराेपी अानंद मिश्रा मूलत: गाेंडा उप्र का रहने वाला है। 12वीं पास अानंद खुद काे एम्स में रेजिडेंट डाॅक्टर बताता था। उसने खरगापुर, टीकमगढ़ निवासी सगे भाइयाें दीपक जैन अाैर विकास जैन काे एम्स में नाैकरी लगवाने का झांसा दिया था। वह दोनों भाइयों से एक लाख 20 हजार रुपए ले चुका था। अानंद के पास से 10 से ज्यादा फर्जी अपाॅइंटमेंट लेटर, डाॅक्टर्स के लेटर हेड अाैर फर्जी सील समेत अन्य दस्तावेज बरामद हुए हैं। पुलिस अाराेपी से पूछताछ कर यह पता लगा रही है कि उसने अाैर कितने लाेगाें से धाेखाधड़ी की है।

अानंद करीब दाे महीने से सफेद एप्रिन पहनकर अाैर गले में स्टेथेस्काेप डालकर घूमता रहता था। इस दाैरान वह इलाज के लिए अाने वाले लाेगाें की मदद के बहाने उनसे संपर्क बनाता था। दीपक अाैर विकास की अानंद से मुलाकात तब हुई जब वे कैंसर से पीड़ित मां काे इलाज के लिए एम्स लेकर पहुंचे थे। इलाज के दौरान 8 मार्च काे मां की माैत हाे गई थी। तब अानंद दीपक के घर खरगापुर भी पहुंचा था।

दीपक इब्राहिमपुरा में रहता है अाैर प्राइवेट बैंक में नाैकरी करता है। अानंद ने दीपक अाैर विकास काे एम्स में नाैकरी लगवाने का झांसा दिया था। गुरुवार काे उसने इंटरव्यू के लिए दाेनाें काे यहां बुलाया था, इसी दौरान एम्स स्टाफ ने उसे पकड़ लिया।

एम्स सूत्राें की मानें ताे दाेपहर 12.30 बजे अानंद विकास समेत दूसरे लाेगाें के साथ न्यूराे सर्जरी डिपार्टमेंट पहुंचा। बाद में वह अांकाेलाॅजी डिपार्टमेंट गया। यहां खाली कैबिन में बैठ गया अाैर हाउस कीपिंग स्टाफ काे डांटते हुए पानी लाने काे कहा। सामान्यताैर पर डाॅक्टर एेसा नहीं करते, इससे स्टाफ काे संदेह हुअा। हाउस कीपिंग स्टाफ ने सूचना नर्सिंग स्टाफ काे दी। तब रेडियाेलाॅजी डिपार्टमेंट के डाॅक्टर काे बुलाया गया। उन्हाेंने अानंद से अाई कार्ड दिखाने काे कहा। उसने कार्ड गाड़ी में रखा हाेना बताया। संदेह हाेने पर उसे पुलिस के हवाले किया गया।

खुद काे एम्स में रेसीडेंट डाॅक्टर बताया। {नई दिल्ली एम्स में इंस्टीट्यूशनल इथिक्स कमेटी का सदस्य बताया। {इंडियन काउंसिल अाॅफ मेडिकल रिसर्च में रिसर्च स्काेलर बताया। {एमबीबीएस एम्स भाेपाल से करना बताया है।

अाराेपी अानंद 18 से 20 जनवरी 2019 काे एम्स ऋषिकेश में अायाेजित वर्कशाॅप में शामिल हुअा था। उसने डाइस पर खड़े हाेकर फाेटाे भी खिंचवाया। उसने यह फाेटाे साेशल साइट पर शेयर भी किया था। अाराेपी अानंद की सगाई 18 अप्रैल काे शिखा शुक्ला नामक युवती से हुई है। शिखा ने अपनी प्राेफाइल में खुद काे एम्स दिल्ली में काम करना लिखा हुअा है।

दीपक ने बताया कि उसे 80 हजार में स्टाेर मैनेजर अाैर छाेटे भाई विकास काे निज सचिव बनाने काे कहा था। गुरुवार को ज्वाइनिंग लेटर देने बुलाया था। यहां 15 से ज्यादा लड़के माैजूद थे। लेटर फर्जी लगे ताे स्टाफ से पूछा कि ये काैन से डाॅक्टर हैं। स्टाफ ने पूछताछ की ताे फर्जीवाड़ा उजागर हुअा। कुछ लाेगाें से दाे लाख रुपए भी लिए हैं।

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