पिछले पांच साल में देश में एक तरफ संवैधानिक अाैर जनतांत्रिक मूल्याें का पतन हुअा है। यह सभी देशवासियाें के सामने एक बड़ी चुनाैती बन गया है। दूसरी तरफ देश में एक तरह से लूट का साम्राज्य है। कई उद्याेगपति अाैर व्यापारी बैंकों काे चूना लगाकर माेदी राज में देश से भाग चुके हैं। देश के तमाम हिस्सों में तीन चरणों मे हुए चुनाव में भाजपा काे हार के संकेत मिल गए हैं। इसी हार के डर से भाजपा ने प्रज्ञा काे चुनाव में उतारा है। भाजपा ने प्रज्ञा काे लाकर चुनाव में असल मुद्दाें की दिशा बदलने की काेशिश की है।
यह बात वामपंथी विचारक अाैर राज्यसभा के पूर्व सदस्य सीताराम येचुरी ने गुरुवार काे यहां कही। वे सांस्कृतिक माेर्चा, सीटू, जनवादी महिला समिति, एसएफअाई अाैर भारत के लिए जनमंच की अाेर से संयुक्त रूप से अायाेजित परिचर्चा में बाेल रहे थे।
गांधी भवन में हुई परिचर्चा में येचुरी ने माेदी के दावाें पर तंज कसते हुए कहा कि माेदी जी अब अाप अंतरिक्ष की चाैकीदारी कीजिए। कार्यक्रम में दिग्विजय सिंह भी पहुंचे। लेफ्ट अाैर कांग्रेस की तल्खी दूर करने के संकेत देते हुए उन्हाेंने कहा कि मैं दावा करता हूं कि माेदी अगले प्रधानमंत्री नहीं हाेंगे। 2019 के चुनाव में विचारधारा की लड़ाई है। यूपीए-1 के कार्यकाल का जिक्र करते हुए दिग्विजय ने कहा कि उस वक्त वामपंथी दल दूर हाे गए थे। अब मप्र में कांग्रेस सरकार है। एक्जिट पाेल अाैर सैंपल सर्वे पर प्रहार करते हुए दिग्गी ने कहा कि यह सच नहीं हाेते, जमीनी हकीकत कुछ अाैर ही हाेती है।