पुरानी जेल स्थित काउंटिंग हाॅल में लोकसभा चुनाव के वोटों की काउंटिंग 23 मई को होगी। जिला प्रशासन ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है। काउंटिंग में 1 हजार से ज्यादा कर्मचारी और अधिकारियों की ड्यूटी लगाई जाएगी। प्रवेश के लिए विधानसभावार पास जारी किए जाएंगे। इसके लिए रंग भी तय रहेगा। ताकि एक विधानसभा की काउंटिंग में शामिल एजेंट दूसरे विधानसभा की चल रही काउंटिंग में न पहुंच जाएं।
7 विधानसभा सीटाें की काउंटिंग में सबसे पहले बैरसिया विधानसभा, उत्तर और मध्य के रुझान मिलने शुरू हो जाएंगे। इसकी वजह बैरसिया में पोलिंग बूथों की संख्या 266 सबसे कम होना है। जबकि उत्तर में यह संख्या 291 है, वहीं मध्य में इसकी संख्या 295 है। काउंटिंग में सबसे ज्यादा समय गोविंदपुरा विधानसभा में लगेगा क्योंकि यहां 385 पोलिंग बूथ हैं। इसी तरह नरेला विधानसभा के रुझान और परिणाम आने में समय लगेगा। यहां पोलिंग बूथों की संख्या 369 है। जबकि 281 पोलिंग बूथों की संख्या वाले दक्षिण-पश्चिम के परिणाम नरेला से पहले आ जाएंगे।
जिला निर्वाचन अधिकारी सुदाम पी खाडे ने बताया कि सीहोर विस की काउंटिंग सीहोर में ही होगी। चूंकि उम्मीदवारों की संख्या 30 है। इसलिए हर राउंड के बाद उम्मीदवार को राउंड पूरा होने का सर्टिफिकेट दिया जाएगा। इसके बाद ही अगला राउंड शुरू होगा। उन्होंने बताया कि हर एक विधानसभा क्षेत्र में काउंटिंग के लिए 14-14 टेबलें लगाई जाएंगी। सबसे पहले डाक मतपत्रों की गिनती होगी। इसके बाद पोलिंग कंट्रोल यूनिट से वोटों का रिकॉर्ड निकाला जाएगा। जिसके आधार पर डाक मतपत्रों को इनके साथ जोड़कर रिजल्ट घोषित किया जाएगा। पुरानी जेल परिसर में राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं के लिए दो कमरे आवंटित किए गए हैं। एक रूम में एसी, जबकि गर्मी को देखते हुए एक रूम में कूलर लगाया गया है। पुरानी जेल के मेन गेट के सामने किसी भी व्यक्ति को एंट्री नहीं दी जा रही है।