शहरवासियाें काे गर्मी से जल्द राहत मिलने के आसार कम हैं। वजह यह है कि शहर में मानसून जून के अंतिम सप्ताह में ही पहुंच सकता है। माैसम विभाग ने इसके 6 जून तक केरल पहुंचने का अनुमान जाहिर किया है।
माैसम वैज्ञानिकों का कहना है कि आम ताैर पर केरल में दस्तक देने के 15 दिन बाद यह मप्र पहुंचता है। इसके दाे दिन बाद यह भाेपाल पहुंचता है। पिछले आठ साल का ट्रेंड भी यही है। इस दाैरान यह सिर्फ एक बार तय समय पर और एक
बार उससे पहले पहुंच सका है।
इधर, गुरुवार काे भी पारा लुढ़कने बावजूद 40 डिग्री पार ही रहा। दिन का तापमान 40.3 डिग्री दर्ज किया गया। बुधवार की तुलना में इसमें 1.6 डिग्री की गिरावट हुई। इसके बावजूद दिन में तपिश ज्यादा थी। बादलाें के छंटने से तीखी धूप चटकी। रात का तापमान 26.3 डिग्री दर्ज किया गया। 24 घंटे में इसमें 0.5 डिग्री का इजाफा हुआ।
मौसम विशेषज्ञ शैलेंद्र कुमार नायक का कहना है कि अंडमान सागर निकोबार के दक्षिणी हिस्से से सटे द्वीप समूह पर मानसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल हाेती जा रही हैं।