डॉ. आंबेडकर यहां कूलर तो रख दिया लेकिन उसका कनेक्शन ही नहीं किया गया। एक कर्मचारी ने जैसे-तैसे रुकनेे की हिम्मत की। उसने भास्कर को बताया कई मतदान दलों के कर्मचारी आए थे जो कूलर बंद होने से चले गए। प्रशासन ने गुजराती स्कूल, लायंस क्लब, कालिका माता मंदिर सभागृह, रोटरी हॉल व डॉ. आंबेडकर हॉल में मतदानकर्मियों के ठहरने की व्यवस्था की थी।
मतदान कर्मचारियों को गर्मी से राहत देने के लिए पहली बार सुबह 5 बजे से मतदान सामग्री बांटने की तैयारी प्रशासन ने की लेकिन जिले के दूरस्थ गांवों से रात में आने वाले कर्मचारियों के लिए की ठहरने की व्यवस्था ठीक नहीं रही। गुजराती स्कूल में सबसे ज्यादा मतदान दल रुके। यहां एक हाॅल में एक ही कूलर लगाया। यहां ठहरे कर्मचारी रामविलास मालवीय ने बताया पहले कूलर से पानी बाहर आ जाने से बिस्तर गिले हो गए। एक कूलर की हवा कम होने से मच्छर काट रहे हैं।
आर्ट्स एंड साइंस काॅलेज में सुबह 5 बजे से मतदान सामग्री बंटना शुरू हुई और 10 बजे तक सभी मतदान दलों को सामग्री देकर मतदान केंद्र के लिए रवाना कर दिया गया। कॉलेज परिसर में मतदान दल के लिए एक टेबल व चार कुर्सियां लगाई गई थी। सुबह 5 बजे पहले से ही टेबल पर सामग्री जमाने का काम शुरू कर दिया गया था।
जिले में सुरक्षाकर्मी तैनात -इंडो-तिब्बत बार्डर पुलिस की 4 कंपनिया, केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल की 2, एसएएफ की 2 कंपनियां, सीआरपीएफ की 1 कंपनी तैनात होगी। बाहर से आए 1496 सहित जिले के 4809 पुलिसकर्मी-अधिकारी रहेंगे।
मतदान केंद्रों पर ठंडे पानी के लिए मटके रखे जाएंगे। हर केंद्र पर 300 लीटर पानी हर वक्त रखने के लिए कहा है। छाया के लिए टेंट लगाया जाएगा यहां रखी जाने वाली पानी की टंकियों में बर्फ भी डाला जाएगा। मतदान केंद्र पर झूलाघर की व्यवस्था रहेगी, यहां आंगनवाड़ी कार्यकर्ता को लगाया है, जो बच्चे संभालेंगी। फर्स्ट एड बॉक्स व एक एएनएम की तैनाती भी की जाएगी। 130 पिंक बूथ बनाए हैं, यहां सभी कर्मचारी महिलाएं रहेंगी