भाेपाल. शिवसंगम नगर में 15 से ज्यादा आवारा कुत्ते अभी भी घूम रहे हैं। इसके चलते यहां के रहवासियों में दहशत बनी हुई है। इसके बावजूद नगर निगम के स्वास्थ्य अमले का दावा है कि उन्हाेंने शिव संगम नगर और आसपास के इलाके से करीब 40 कुत्ताें काे पकड़ा है। निगम के इस दावे पर सवाल तब उठने लगे जब यहां पर जगह-जगह कुत्ते माैजूद मिले।
10 मई की शाम कुत्ताें ने जिस 6 साल के संजू जाटव काे नाेंच-नाेंच कर मार डाला था, उसके पड़ोस में रहने वाली ज्याेति सिंह ठाकुर का कहना है कि काॅलाेनी में 40 से ज्यादा बच्चे हैं। कुत्तों के डर से लाेगाें ने बच्चाें का घर के बाहर खेलना ही बंद करा दिया है। 15 मई की शाम करीब 6 बजे बुजुर्ग चिराेंजीलाल यादव पर भी कुत्ताें ने हमला कर दिया था। गनीमत रही कि पास में कुछ लड़के खड़े थे, जिन्हाेेंने कुत्ताें काे भगाया।
इधर, संजू जाटव के परिजन रविवार काे गांव से वापस लाैटे तो माेहल्ले के लाेग एकत्रित हाे गए। उन्हाेंने शाम काे अवधपुरी चाैराहे पर कैंडल जलाकर संजू काे श्रद्धांजलि दी और लापरवाह जिम्मेदाराें पर कार्रवाई की मांग की। साथ ही गाेविंदपुरा सीएसपी अमित कुमार को ज्ञापन साैंपकर पीड़ित परिवार काे मुअावजा दिलाने की मांग की।
क्या हादसे के बाद काॅलाेनी में कुत्ते कम हुए? संजू पर हमला करने वाले कुत्ते अब भी यहीं हैं। किन कुत्तों ने संजू पर हमला किया था? 4-5 कुत्ते हैं, जाे पहले भी लाेगाें पर हमला कर चुके हैं, उन्हीं ने अन्य कुत्तों के साथ मिलकर संजू पर हमला किया था। इन कुत्ताें काे देखकर डर नहीं लगता? डर ताे लगता है, बच्चाें की िचंता ज्यादा रहती है। अब बच्चों को बाहर नहीं खेलने देते। -धीरज पाल, साेनम सिंह ठाकुर, शंकर मेहराजी और दीपांशु प्रसाद, स्थानीय रहवासी
जिन कुत्ताें ने संजू पर हमला किया था क्या वाे अभी भी वहीं घूम रहे हैं?
ऐसा नहीं है, हमने वहां से अाैर अासपास के इलाके से करीब 40 कुत्ते पकड़े हैं।
संजू के परिजन अाैर दूसरे लाेगाें का दावा है कि कुत्ते वहीं घूम रहे हैं?
जब किसी ने बच्चे पर हमला करते हुए कुत्तों को देखा ही नहीं हैं ताे फिर वे यह कैसे कह सकते हैं। हमने भी देखा है काॅलाेनी में कुत्ते माैजूद हैं?
हम लगातार कुत्ते पकड़ रहे हैं। -राकेश शर्मा, क्षेत्रीय एएचओ, नगर निगम
छह सात कुत्ते संजू काे नाेंच रहे थे, मैं पहुंची ताे पत्थर मार कर कुत्ताें काे भगाना चाहा। कुत्ते मेरे ऊपर ही झूम पड़े। बच्चे की जान खतरे में देखकर मैं डर गई और चिल्लाती हुई दाैड़ी थी। कुत्ताें काे मैंने करीब से देखा था, आज शाम करीब चार बजे गांव से वापस लाैटी ताे माेहल्ले में उनमें से तीन कुत्ते नजर आए। इन कुत्ताें काे देखकर मैं एक बार फिर डर गई। मैं बहुत हैरान हूं कि जिन कुत्ताें ने मेरे बेटे की जान ले ली वे अभी तक यहीं घूम रहे हैं। ऐसे ताे वे किसी भी बच्चे काे मार सकते हैं। -सावित्रीबाई जाटव, मृतक संजू की मां