तीन बार प्रशिक्षण देने के बावजूद वोटिंग के दिन लापरवाही करने वाले पांच पीठासीन अधिकारियों और 15 मतदान कर्मचारियों को मुख्य निर्वाचन आयोग ने निलंबित कर दिया है। इन सभी पर मतदान के दिन मॉक पोल के वोट डिलीट किए बिना ही मतदान कराने के चलते गाज गिरी है।
उच्च अधिकारियों के निरीक्षण के दौरान यह गड़बड़ी सामने आई तो सभी जगह मतदान कर्मियों को बदल दिया गया। साथ ही ईवीएम और वीवीपैट भी सील कर बदली गईं।मतदान के दिन कर्मियों की इस बड़ी लापरवाही के बाद सोमवार को मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने सभी बीस मतदान अधिकारियों के निलंबन के आदेश जारी कर दिए। साथ ही इसकी पूरी रिपोर्ट भारत निर्वाचन आयोग को भेज दी है।
नालागढ़ विधानसभा क्षेत्र के कश्मीरपुर मतदान केंद्र पर 51 मॉक पोल के अलावा 36 असली वोट भी पड़ गए थे जिन्हें मतदान कर्मियों ने बिना उच्च स्तर पर जानकारी दिए ही डिलीट कर दिया।चूंकि बड़ी संख्या में वोट डिलीट हुए हैं ऐसे में दिल्ली में आयोग को इसकी अलग से रिपोर्ट भेजी गई है। अब आयोग इन मतदान केंद्रों पर दोबारा पोलिंग कराने को लेकर फैसला करेगा। मुख्य निर्वाचन अधिकारी देवेश कुमार ने रिपोर्ट भेजने की पुष्टि की है।