मप्र पाठ्य पुस्तक निगम के महाप्रबंधक अभय बेडेकर के पिता के साथ धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। करोंद में चल रहे एक हाउसिंग प्रोजेक्ट में चार फ्लैट देने के नाम पर पिता-पुत्र ने उनका मकान बैंक में मॉर्गेज कर 80 लाख रुपए का लोन ले लिया। बाद में किस्त भी जमा नहीं की। गोविंदपुरा पुलिस ने पिता-पुत्र के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कर लिया है।
साकेत नगर निवासी 76 वर्षीय अरविंद शंकर बेडेकर बीएचईएल के रिटायर्ड अफसर हैं। टीआई अशोक सिंह परिहार के मुताबिक शाहपुरा निवासी एमएम सिंघई और उनका बेटा प्रशांत, अरविंद के परिचित हैं। वर्ष 2014 में पिता-पुत्र ने उन्हें करोंद के पास गोदावरी हाइट्स नाम से हाउसिंग प्रोजेक्ट शुरू करने की बात बताई। दोनों ने कहा कि आप अपना मकान बैंक में मॉर्गेज कर दीजिए, जिसकी किस्त हम चुकाते रहेंगे। साथ ही आपको इस प्रोजेक्ट में चार फ्लैट भी देंगे।
अरविंद ने अपना मकान मॉर्गेज कर दिया। कुछ समय बाद पिता-पुत्र ने किस्तें चुकाना बंद कर दिया। बैंक ने अरविंद को नोटिस जारी किया तो उन्होंने दोनों से इस बारे में बात की। इसके बाद भी दोनों ने किस्तें नहीं चुकाई तो बैंक ने कुर्की का नोटिस जारी कर दिया। परेशान होकर उन्होंने पुलिस से शिकायत की थी।