सूरत के सरथाणा जकातनाका के तक्षशिला आर्केड में लगी आग में 23 बच्चाें की माैत के बाद इंदाैर में भी काेचिंग क्लासेस में सुरक्षा काे लेकर सवाल उठने लगे हैं। बच्चाें की सुरक्षा काे लेकर शनिवार काे उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी भंवरकुंआ पहुंचे और कोचिंग हब कहे जाने वाले इस क्षेत्र का जायजा लिया। पटवारी ने यहां पर कई कोचिंग क्लासेस में पहुंचे और संचालकों और बच्चों से बात की। इस दौरान कई जगह पर उन्हें सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता नजर नहीं आई, इस पर उन्होंने संचालकों को फटकार भी लगाई। पटवारी ने इस दौरान बच्चों से भी कोचिंग में चल रही गतिविधियों के बारे में बातचीत की।
पटवारी ने कोचिंग क्लासेस का दौरा करने के बाद कहा कि इंदौर शिक्षा का हब है। यहां पर कई मील दूर से बच्चे अपना भविष्य बनाने आते हैं। ऐसे में हमारा भी दायित्व बनता है कि हमें उनकी सुरक्षा का ध्यान रखना चाहिए। मैंने आज बहुत से कोचिंग सेंटर का दौरा किया, जहां पर सभी कोचिंग में फायर यंत्र को लेकर कमी दिखी है। मैंने प्रसाशिनक स्तर पर सभी अधिकारियों का निर्देशित किया है कि कोचिंग और अन्य एजुकेशन सेंटर में फायर सेफ्टी को लेकर उचित उपकरण हैं कि नहीं इसकी रिपोर्ट तैयार करें और वहां पर तत्काल इसकी व्यवस्था करवाई जाए। बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए सरकार जल्द ही सभी कोचिंग संचालकों से बैठक कर सुरक्षा मुद्दों पर बात करेंगे। जिन कोचिंग सेंटरों में कमी दिखाई दी है, उनके संचालकों को इसे जल्द दूर करने को कहा है।
बता दें कि सरथाणा जकातनाका के तक्षशिला आर्केड में शुक्रवार काे अाग लग गई थी। इस आगजनी में कुल 23 बच्चों की मौत हो गई है। शनिवार को जख्मी दो और छात्रों की मौत हो गई, वहीं सात की हालत बेहद गंभीर है। इससे पहले शुक्रवार देर रात तक तीन छात्र और 15 छात्राओं समेत 21 की मौत हो गई थी। सभी की उम्र 15 से 22 साल के बीच थी। घटना के समय आर्ट्स कोचिंग में 60 बच्चे थे। 13 बच्चों ने दूसरी और तीसरी मंजिल से छलांग लगाई। इनमें से तीन की कूदने से मौत हुई। कोचिंग के संचालक को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है।