एक नई स्टडी की रिपोर्ट में बताया गया है कि तेज रफ्तार से चलने वाले लोगों की हल्की रफ्तार से चलने वाले लोगों के मुकाबले उम्र लंबी होती है. यह स्टडी नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर हेल्थ रिसर्च के शोधकर्ताओं ने U.K के लीसेस्टर बायोमेडिकल रिसर्च सेंटर में की है. इस स्टडी में करीब 47 लाख से ज्यादा लोगों के डेटा को शामिल किया गया है.
स्टडी की रिपोर्ट में सामने आया है कि चलने का सीधा संबंध लोगों की उम्र से होता है. स्टडी की रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि कम वजन वाले लोग, जो हल्की रफ्तार से चलते हैं उनकी जिंदगी छोटी होने की ज्यादा संभावना होती है.बता दें, यह पहली ऐसी स्टडी है, जिसमें चलने की तेज रफ्तार का संबंध लंबी उम्र से बताया गया है. शोधकर्ताओं का कहना है कि हमारी रिसर्च के जरिए ये जानने में मदद मिलेगी की वजन के मुकाबले फिजिकल फिटनेस लंबी उम्र के लिए किस तरह जिम्मेदार होती है.
स्टडी के आधार पर यह कहा जा सकता है कि बॉडी मास इंडेक्स से ज्यादा लंबी उम्र के लिए फिजिकल फिटनेस मायने रखती है. यह स्टडी मायो क्लिनिक प्रेसिडेंट जर्नल में प्रकाशित की गई है.स्टडी के मुख्य लेखक का कहना है कि स्टडी की रिपोर्ट कई लोगों को फिजिकली फिट रहने के लिए प्रोत्साहित करेगी. वहीं, इस स्टडी के बाद लोग चलने पर ज्यादा ध्यान देंगे, जो उन्हें सेहतमंद कर उनकी उम्र को लंबा करेगा.
स्टडी की रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि हल्की रफ्तार से चलने वाले लोगों में दिल की बीमारी के कारण मौत होने का खतरा ज्यादा होता है, जबकि तेज रफ्तार से चलने वाले लोगों में यह खतरा बहुत कम होता है.बता दें, इससे पहले हुई स्टडी में बताया गया था कि लोगों का वजन और फिजिकल फिटनेस दोनों ही लोगों की आयु के लिए जिम्मेदार होते हैं