कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग (डीओपीटी) ने पत्र लिखकर सीबीआई को इसकी जांच के लिए कहा है। सीबीआई प्रवक्ता ने पत्र मिलने की पुष्टि की है। यह छापे 7 अप्रैल को मारे गए थे। उस समय लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लगी हुई थी।
इसलिए आयकर विभाग ने इसकी जानकारी चुनाव आयोग को दी थी। छापों के दौरान अलग-अलग स्रोतों से जुटाया गया धन एक राजनीतिक पार्टी के नई दिल्ली स्थित मुख्यालय को भेजे जाने के दस्तावेज भी मिले थे। इस जानकारी के आधार पर आयोग ने इस पूरे मामले को चुनावों की शुचिता से जोड़कर डीओपीटी को निर्देश दिए थे कि वह इसकी जांच सीबीआई से कराए। उधर एक न्यूज एजेंसी के अनुसार इन्हीं छापों के सिलसिले में गुरुवार को संबंधित लोगों के नई दिल्ली स्थित बैंक लॉकर की भी तलाशी ली गई।
इन लॉकर में क्या मिला है, आयकर विभाग ने अभी इसका कोई खुलासा नहीं किया है। आयकर विभाग ने 7 अप्रैल को 4 राज्यों के 52 ठिकानों पर छापे मारे थे। इन छापों में 14.6 करोड़ रुपए नकद मिले थे। इसके साथ अलग-अलग स्रोतों से 281 करोड़ रुपए नकद में एकत्र किए जाने की जानकारी भी मिली थी। इन्हीं जानकारियों के आधार पर पूरे मामले की जांच सीबीआई को दी गई है।