हिमाचल प्रदेश में चारों लोकसभा सीटें गंवाने के बाद कांग्रेस हाईकमान एक्शन में आ गया है। कांग्रेस की प्रदेश कार्यकारिणी शीघ्र भंग करने की तैयारी जा रही है। कांग्रेस की जिला और ब्लाक कमेटियां भी साथ ही भंग होंगी। हाईकमान के फरमान पर प्रदेश के चार मौजूदा जिला कांग्रेस कमेटी प्रधानों पर अनुशासन की तलवार चलाई जा सकती है। पार्टी नेताओं के अब निर्धारित उम्र के बाद प्रदेश कांग्रेस का पदाधिकारी भी नहीं बनाया जा सकेगा।
पार्टी सूत्रों के अनुसार राहुल गांधी (आरजी) के दफ्तर में लोकसभा चुनाव के दौरान तो शिकायतें पहुंचाई जा रही थीं। अब भी प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से कांग्रेस के हारे हुए प्रत्याशी शिकायत भेज रहे है कि कई नेताओं की भूमिका सकारात्मक नहीं रहीआज भी नेता मीडिया में पार्टी नेताओं के खिलाफ बयानबाजी कर रहे हैं। जिन नेताओं की चुनाव ड्यूटी जिस क्षेत्र में लगाई गई थी, वहां नहीं गए। इन बेलगाम नेताओं से पूछा जाए कि जिस क्षेत्र में चुनाव ड्यूटी लगाई गई थी, वहां किन विधानसभा क्षेत्रों में कब प्रचार किया और उनके साथ क्षेत्र के कौन से नेता साथ में थे।
बताते हैं कि आरजी आफिस के कड़ा नोटिस लेने के बाद हाईकमान ने फरमान दिए हैं कि तत्काल प्रभाव से प्रदेश, जिला और ब्लाक कमेटियों को भंग करके नई कार्यकारिणी का गठन किया जाए ताकि कम से कम समय में कांग्रेस को विधानसभा उपचुनाव के लिए अधिक मजबूत किया जा सके।