कभी-कभी हालात ऐसे बन जाते हैं कि जिंदगी अबूझ पहेली लगती है. जिंदगी ऐसे-ऐसे सवाल खड़े कर देती है, जिनके जवाब मिलना मुश्किल हो जाता है. ऐसे में आप परेशान ना हों क्योंकि हनुमान प्रश्नावली चक्र से आप अपने प्रश्नों का उत्तर तुरंत ही जान सकते हैं.
इसकी विधि अत्यन्त सरल है. इस चक्र में 1 से 49 तक के अंक लिखे हैं. जब भी आपको कोई प्रश्न पूछना हो तो शुद्ध चित्त होकर एकाग्र मन होकर आंखें बंद करते हुए रामभक्त हनुमानजी का स्मरण करें.
इसके बाद ओम हनुमते नमः का जाप करते हुए बंद आंखों से ही. अपने प्रश्न का विचार करते हुए चक्र में किसी एक कोष्ठक पर हाथ रख दें. आपके हाथ की अंगुली जिस भी नंबर पर रूके, वहीं आपके प्रश्न का उत्तर होगा.
अंक बताएंगे समस्या का हल-
-कोष्ठक 1 है तो आपका कार्य जल्दी ही पूर्ण होगा.
-कोष्ठक 2 है तो धैर्य और संयम रखें, आपके कार्य के पूरा होने में समय लगेगा.
-कोष्ठक 3 है तो हनुमानजी की आराधना करें, जल्दी ही काम पूरा होगा.
-कोष्ठक 4 है तो अभी काम पूरा होने का समय नहीं आया.
-कोष्ठक 5 है तो किसी अन्य व्यक्ति की सहायता से आपका काम होगा.
-कोष्ठक 6 है तो किसी दूसरे व्यक्ति के चलते आपका काम अटका हुआ है. हनुमानजी की आराधना से काम पूर्ण होगा.
-कोष्ठक 7 है तो किसी स्त्री की सहायता से आपका कार्य पूर्ण होगा.
-कोष्ठक 8 है तो इस कार्य को टालने में ही आपकी भलाई है.
-कोष्ठक 9 है तो कार्यसिद्धि के लिए कड़े प्रयास करने होंगे.
-कोष्ठक 10 है तो मंगलवार का व्रत रखने से आपकी इच्छापूर्ति होगी.
-कोष्ठक 11 – नियमित रूप से सुंदरकांड का पाठ करने पर आपका कार्य शीघ्र पूरा होगा.
-कोष्ठक 12 – शत्रुओं से सावधान रहें.
-कोष्ठक 13 – कार्य पूरा होने में कुछ समय लगेगा.
-कोष्ठक 14 – गाय की सेवा करें, जल्दी ही आपको लाभ होगा.
-कोष्ठक 15 – धैर्य रखें, सभी चिंताएं समाप्त होने का समय आ गया है.
-कोष्ठक 16 – माता-पिता की सेवा करना ही उचित होगा.
-कोष्ठक 17 – ऊँ हनुमते नम: मंत्र के स्मरण से सब काम पूरे होंगे.
-कोष्ठक 18 – हनुमानजी के पूजन से शीघ्र ही लाभ होगा.
-कोष्ठक 19 – दक्षिण दिशा से लाभ होने के आसार हैं.
-कोष्ठक 20 – धन की प्राप्ति तथा सुख की उपलब्धि शीघ्र हो सकती है.
-कोष्ठक 21 – भगवान श्रीराम की कृपा से शीघ्र ही धन लाभ होगा.
-कोष्ठक 22 – संघर्ष करना होगा परन्तु विजय आपकी ही होगी.
-कोष्ठक 23 – अभी समय अच्छा नहीं चल रहा है. हनुमानजी का स्मरण तथा पूजन करें.
-कोष्ठक 24 – आपके घर वाले ही आपका विरोध करेंगे.
-कोष्ठक 25 – शीघ्र शुभ समाचार मिलेगा.
-कोष्ठक 26 – बिना सोचे-समझे कोई कदम न बढ़ाएं.
-कोष्ठक 27 – स्त्री पक्ष की सहायता से आपका काम बनेगा.
-कोष्ठक 28 – धैर्य तथा संयम रखें.
-कोष्ठक 29 – धैर्य तथा संयम रखें.
-कोष्ठक 30 – मित्रों से सावधान रहें, वे ही आपके सबसे बड़े शत्रु हैं.
-कोष्ठक 31 – भगवान शिव की आराधना से जल्दी ही कार्य पूर्ण होगा.
-कोष्ठक 32 – महादेव की शरण में जाए, वहीं आपका भला करेंगे.
-कोष्ठक 33 – कोई स्त्री आपको धोखा देगी.
-कोष्ठक 34 – आपके भाई-बंधु ही आपका साथ नहीं देंगे, ध्यान रखें.
-कोष्ठक 35 – नौकरी अथवा व्यापार से लाभ होगा.
-कोष्ठक 36 – आपके अच्छे दिन आ गए हैं.
-कोष्ठक 37 – संतान से कष्ट प्राप्त हो सकता है.
-कोष्ठक 38 – कार्य सिद्धी में थोड़ा समय लगेगा.
-कोष्ठक 39 – जल्दी ही सफलता मिल सकती है.
-कोष्ठक 40 – समाज में प्रतिष्ठा प्राप्त होगी.
-कोष्ठक 41 – आपकी मनोकामना शीघ्र ही पूर्ण होगी.
-कोष्ठक 42 – अच्छे दिन आने में समय लगेगा.
-कोष्ठक 43 – आर्थिक कष्टों का सामना करना पड़ सकता है.
-कोष्ठक 44 – शीघ्र ही धन की प्राप्ति होगी.
-कोष्ठक 45 – जीवन साथी से सुख प्राप्त होगा.
-कोष्ठक 46 – संतान सुख की प्राप्ति हो सकती है.
-कोष्ठक 47 – शुभ समय आने में देर हैं.
-कोष्ठक 48 – सामाजिक और व्यवसायिक क्षेत्र में लाभ मिलेगा.
-कोष्ठक 49 – अच्छे दिन आ गए हैं. मन का सोचा हर कार्य पूर्ण होगा.