प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज सुबह संभावित मंत्रियों को अपने निवास पर चाय पर बुलाया है. हालांकि नई कैबिनेट में कौन-कौन चेहरे होंगे और किस-किस को क्या ज़िम्मेदारी मिलेगी, ये अभी साफ़ नहीं है, बस कयास ही लगाए जा रहे हैं. मंत्रियों के नाम पर लगातार दो दिन तक पीएम मोदी और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के बीच मैराथन बैठक हुई है. आज शाम 7 बजे नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे. इससे पहले सुबह उन्होंने महात्मा गांधी और अटल बिहारी वाजपेयी के समाधि स्थलों पर जाकर श्रद्धांजलि अर्पित की. इसके साथ ही वे राष्ट्रीय युद्ध स्मारक भी गए. मोदी की दूसरी पारी में पीएमओ में भी फेरबदल देखने को मिलेगा. रायसीना हिल में तीन शीर्ष पदों पर बैठे अधिकारियों की भूमिका को लेकर काफी कयासबाजी चल रही है.
ये अधिकारी हैं-प्रधान सचिव नृपेंद्र मिश्रा, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल और अतिरिक्त प्रधान सचिव पी. के. मिश्रा. वे पीएमओ में अहमियत रखते हैं. सवाल है कि अगले पांच साल के लिए पीएमओ के नए अवतार में क्या वे बने रहेंगे. प्रधानमंत्री कार्यकाल के साथ तीनों का कार्यकाल समाप्त होता है. प्रधान सचिव नृपेंद्र मिश्रा 74 साल के हो चुके हैं. 2014 में अध्यादेश के जरिए उनको इस पद पर लाया गया था, लेकिन 75 साल की उम्र सीमा के साथ उनकी संभावना पर विराम लगता है. प्रधानमंत्री एक आचार संहिता का पालन करते हैं, जहां उनकी मंत्रिपरिषद में 75 साल से अधिक उम्र के नेता नहीं होते हैं. शायद यही कारण है कि मुरली मनोहर जोशी और यशवंत सिन्हा जैसे कद्दावर नेताओं को 2014 में उनके मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किया गया.
आरएसएस के क़रीबी रेल मंत्री, जेटली की ग़ैर हाज़िरी में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण : पहली महिला रक्षा मंत्री, मुखर तरीक़े से रफ़ाल सौदे का बचाव नागरिक उड्डयन मंत्री, रेल मंत्रालय भी संभाला राहुल को हराने के बाद क़द बढ़ा, बड़े मंत्रालय की उम्मीद क़ानून मंत्री, शत्रुघ्न सिन्हा को हराया विदेश राज्य मंत्री, पूर्व सेना प्रमुख केंद्रीय मंत्री, लोकजनशक्ति पार्टी के मुखिया लंबे समय से सहयोगी