हिमाचल में सामने आए 250 करोड़ से अधिक राशि के छात्रवृत्ति घोटाले की जांच में जुटी सीबीआई ने चंडीगढ़ में बेस कैंप बना लिया है। बाहरी राज्यों के शिक्षण संस्थानों के प्रतिनिधियों से अब चंडीगढ़ में ही पूछताछ की जाएगी।
शिमला से आने-जाने में लग रहे अधिक समय पर सीबीआई ने बदलाव किया है। डीएसपी की अगुवाई में सीबीआई की टीम जांच में जुट गई है। गुरुवार को भी चंडीगढ़ स्थित सीबीआई कार्यालय में कुछ संस्थानों के प्रतिनिधियों से पूछताछ की गई।
चंडीगढ़ और आसपास के क्षेत्रों में स्थित कुछ निजी शिक्षण संस्थानों में दबिश भी दी गई। सीबीआई सूत्रों के अनुसार छात्रवृत्ति राशि में गोलमाल करने वाले अधिकांश निजी शिक्षण संस्थान हिमाचल से बाहर स्थित हैं। सीबीआई को समय-समय पर इन संस्थानों में जांच के लिए जाना पड़ रहा है। शिमला में टीमों को आने-जाने में लग रहे समय के चलते सीबीआई ने अब चंडीगढ़ से ही जांच को जारी रखने का फैसला लिया है।
हालांकि, शिमला स्थित सीबीआई कार्यालय में भी कुछ कर्मचारी उच्च शिक्षा निदेशालय से लिए गए रिकार्ड की पड़ताल में डटे रहेंगे। बताया जा रहा है कि शिमला कार्यालय में सीबीआई अधिकारियों की कमी के चलते चंडीगढ़ सहित कुछ अन्य राज्यों की सीबीआई से भी मामले की जांच में मदद ली जा रही है। ऐसे में चंडीगढ़ इन सभी अधिकारियों को शिमला के अपेक्षा नजदीक पड़ रहा है। इसके चलते सीबीआई ने चंडीगढ़ को छात्रवृत्ति घोटाले की जांच के लिए बेस कैंप बनाया है।