लोकसभा चुनावों में प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता में आए नरेंद्र मोदी ने लगातार दूसरी बार प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने राष्ट्रपति भवन के प्रांगण में मोदी और उनके मंत्रिमंडल के सदस्यों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई. करीब दो घंटे चले शपथ ग्रहण समारोह में एनडीए की जीत के सूत्रधार रहे बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और पूर्व विदेश सचिव एस जयशंकर ने भी कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली. मोदी से पहले मोरारजी देसाई, चरण सिंह, वीपी सिंह, चन्द्रशेखर, एच डी देवगौड़ा, आई के गुजराल और अटलबिहारी वाजपेयी ऐसे गैर कांग्रेसी नेता थे, जिन्होंने प्रधानमंत्री के तौर पर शपथ ली.
खासकर जयशंकर को मंत्रिमंडल में शामिल करके और कैबिनेट मंत्री का दर्जा देकर प्रधानमंत्री मोदी ने सभी को चौंका दिया. जयशंकर भारतीय विदेश सेवा के दूसरे ऐसे अधिकारी हैं, जिन्हें मोदी ने अपने मंत्रिमंडल में स्थान दिया है. सरकार में शामिल किए गए हरदीप सिंह पुरी भी भारतीय विदेश सेवा के वरिष्ठ अधिकारी रहे हैं. पीएम मोदी ने शपथ ग्रहण करने के बाद ट्वीट में कहा, ‘‘भारत की सेवा करके गौरवान्वित
मोदी के नए मंत्रिमंडल के 24 कैबिनेट मंत्रियों में बीजेपी के 20 और एनडीए के घटक शिवसेना, लोजपा और शिरोमणि अकाली दल के एक एक सदस्य शामिल हैं. अभी यह स्पष्ट नहीं है कि जयशंकर ने बीजेपी की सदस्यता ली है या नहीं. मोदी के कैबिनेट मंत्रियों में मुख्तार अब्बास नकवी एकमात्र मुस्लिम चेहरा हैं. नई सरकार में जहां बीजेपी अध्यक्ष शाह को शामिल किया गया है वहीं उत्तर प्रदेश, बिहार और महाराष्ट्र की पार्टी इकाइयों के प्रमुख क्रमश: महेन्द्र नाथ पांडेय, नित्यानंद राय और राव साहब दान्वे को भी स्थान दिया गया है.
मोदी मंत्रिमंडल के कैबिनेट मंत्रियों में राजनाथ सिंह, अमित शाह, नितिन गडकरी, डी वी सदानंद गौड़ा, निर्मला सीतारमण, राम विलास पासवान, नरेन्द्र सिंह तोमर, रविशंकर प्रसाद, हरसिमरत कौर, थावर चंद गहलोत, डॉ. एस जयशंकर, रमेश पोखरियाल निशंक, अर्जुन मुंडा, स्मृति ईरानी, डॉ. हर्षवर्धन, प्रकाश जावडे़कर, पीयूष गोयल, धर्मेंद्र प्रधान, मुख्तार अब्बास नकवी, प्रहलाद जोशी, डॉ. महेन्द्र नाथ पांडे, अरविंद सावंत, गिरिराज सिंह और गजेन्द्र सिंह शेखावत शामिल हैं. इसके साथ ही नौ स्वतंत्र प्रभार वाले राज्य मंत्रियों ने भी शपथ ली. नयी सरकार में 24 राज्य मंत्रियों ने शपथ ली. राज्य मंत्रियों में रामदास अठावले का भी नाम शामिल है, जो एनडीए के घटक आरपीआई (ए) के प्रमुख हैं और पिछली मोदी सरकार में भी शामिल थे.
सरकार में पहली बार शामिल होने वालों में जयशंकर के अलावा प्रह्लाद जोशी, अरविंद सावंत, अर्जुन मुंडा, रमेश पोखरियाल निशंक, रत्न लाल कटारिया, रामेश्वर तेली, कैलाश चौधरी, नित्यानंद राय, प्रताप चंद्र सारंगी, डी मुरलीधर, सोम प्रकाश, रेणुका सिंह, देबाश्री चौधरी, किशन रेड्डी, राव साहब दानवे, संजय धोत्रे आदि शामिल हैं. अनुराग सिंह ठाकुर मोदी सरकार में पहली बार शामिल किए गए हैं.
नई सरकार में पिछली सरकार के जिन प्रमुख चेहरों को शामिल नहीं किया गया है उनमें सुरेश प्रभु, मेनका गांधी, जे पी नड्डा, राधामोहन सिंह, राज्यवर्द्धन राठौड़, जुएल ओराम, उमा भारती, अनंत गीते, महेश शर्मा और के जे अल्फोंस शामिल हैं. मोदी 543 सदस्यीय लोकसभा में कुल 80 मंत्री रख सकते हैं. संविधान के अनुसार प्रधानमंत्री सहित केन्द्रीय मंत्रियों की कुल संख्या लोकसभा सदस्यों के 15 प्रतिशत से अधिक नहीं होनी चाहिए