नरेंद्र मोदी ने प्रचंड बहुमत से जीत हासिल करने के बाद लगातार दूसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली. 57 मंत्रियों ने भी उनके साथ ही शपथ ली. अगले दिन अब शुक्रवार की शाम को इस नई कैबिनेट की पहली मीटिंग होगी. कैबिनेट की मीटिंग आज शाम करीब साढ़े पांच बजे से साउथ ब्लॉक में होगी. इसमें संसद का सत्र आहूत करने की संभावित तारीख तय की जा सकती है. हालांकि विभागों की बंटवारे को लेकर अभी भी संशय बरकरार है. लोकसभा के नवनिर्वाचित सदस्यों को शपथ दिलाई जानी है. प्रधानमंत्री आने वाले दिनों में विभिन्न कैबिनेट समितियों जैसे सुरक्षा मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति, संसदीय मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति और राजनीतिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति पर भी निर्णय लेंगे.
बता दें, नरेंद्र मोदी ने ऐतिहासिक जीत के बाद लगातार दूसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने पीएम मोदी को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई. शपथ ग्रहण के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि मंत्रियों की नई टीम ‘‘युवा ऊर्जा एवं प्रशासनिक अनुभव” का मेल है और हम साथ मिलकर भारत की प्रगति के लिये काम करेंगे. पीएम मोदी ने अपने ट्वीट में कहा,‘आज शपथ लेने वाले सभी को बधाई. यह टीम ऊर्जा से भरे युवाओं और प्रशासनिक अनुभव रखने वालों का मिश्रण है’. उन्होंने कहा कि इसमें ऐसे लोग हैं जो सांसद के रूप में उभर कर आए हैं और ऐसे भी हैं जिनका पहले शानदार पेशेवर कैरियर रहा है.
करीब दो घंटे चले शपथ ग्रहण समारोह में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की जीत के सूत्रधार रहे भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और पूर्व विदेश सचिव एस जयशंकर आकर्षण का केंद्र रहे. खासकर जयशंकर को मंत्रिमंडल में शामिल कर और कैबिनेट मंत्री का दर्जा देकर प्रधानमंत्री मोदी ने सभी को चौंका दिया. जयशंकर भारतीय विदेश सेवा के दूसरे ऐसे अधिकारी हैं जिन्हें मोदी ने अपने मंत्रिमंडल में स्थान दिया है.
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव में प्रचंड जीत के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दूसरे कार्यकाल के लिए शपथ लेने से पहले अपनी मंत्रिपरिषद को व्यवस्थित रूप देने के लिए BJP अध्यक्ष अमित शाह के साथ कई दौर की वार्ता की. पीएम मोदी के कैबिनेट में इस बार अनुभव के साथ ही युवा शक्ति पर भी जोर दिया गया है. पीएम मोदी और अमित शाह की बैठक के बाद संभावित मंत्रियों को फोन करके पीएम मोदी से मिलने के लिए बुलाया गया था.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में पश्चिम बंगाल से उन 54 कार्यकर्ताओं के परिजन भी शामिल हुए जिनकी हत्या पिछले कुछ सालों में राजनीतिक हिंसा के दौरान की गई है. बीजेपी की ओर से तैयार की गई सूची में हर कार्यकर्ता के नाम के साथ बताया है कि उनकी हत्या कहां और कैसे हुई? हालांकि बीजेपी के इसी कदम से नाराज होकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शपथ ग्रहण से आने से इनकार कर दिया था.
शपथ ग्रहण समारोह में यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, वरिष्ठ कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद, उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, सीजेआई रंजन गोगोई, उद्योगपित गौतम अडानी, मुकेश अंबानी, नीता अंबानी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, लाल कृष्ण आडवाणी, सुपरस्टार रजनीकांत, कैलाश सत्यार्थी, करण जौहर, बीजेपी के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी, दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, बीजेपी नेता उमा भारती सहित कई दिग्गज शामिल हुए.