शनि जयंती के मौके पर शहरभर के शनि मंदिर में आयोजन शुरू हो गए हैं। तीन दिनों तक शनि मंदिरों में विभिन्न आयोजन और अनुष्ठान होंगे। बाल शनि मंदिर में पंडित ओम पौराणिक के निर्देशन में सुबह विशेष श्रृंगार और अनुष्ठान हुआ। वहीं ऊषा नगर स्थित गजासीन शनि मंदिर परिसर में 2 से 3 जून तक होंगे। महामंडलेश्वर दादू महाराज के सान्निध्य में ये आयोजन होंगे। आयोजन में दो दिन तक 5 कुंडीय यज्ञ में विश्व कल्याण के निमित्त आहूतियां समर्पित की जाएगी। बाल शनि मंदिर के पंडित अमित पौराणिक ने बताया कि राऊ आम्रपाली कॉलोनी स्थित श्री सिद्ध नवग्रह शानिदेव धाम पर पंचकुंडीय शनि लक्ष्मी महायज्ञ सम्पन्न करवाया गया। इस दौरान पंडित मृदल बिहारी वैष्ण और राजेश वैष्णव के निर्देशन में 551 प्रकार की विशेष जड़ी-बूटी और सिद्ध समिधा द्वारा आहूतियां दी गईं।
गजासीन शनिदेव भक्त मंडल के प्रमुख आशीष गुप्ता व गिरीश चाह्वान ने बताया शनि जयंती महोत्सव पर उषा नगर एक्सटेंशन स्थित शनि दरबार में भक्ति की गंगा बहेगी। रोज बड़ी संख्या में श्रद्धालु विश्व कल्याण के लिए 5 कुंडीय यज्ञ में आहुतियां देंगे। 2 जून की सुबह 7 बजे वैदिक मंत्रोच्चार के साथ यज्ञ शुरू होगा, जो तीन घंटे चलेगा। शाम को चालीसा एवं भजनों का आयोजन होगा। 3 जून को शनि जयंती को सुबह 7 बजे से यज्ञ होगा। दोपहर 12 बजे 111 दीपों से शनि की महाआरती होगी। फिर सामूहिक शनि चालासी, शनि मंत्र, दशरथ रचित शनि स्त्रोत पाठ का वाचन होगा। इस मौके पर शनि यंत्र एवं यज्ञ की अभिमंत्रित भस्म का निशुल्क वितरण होगा। जयंती के मौके पर 11 तरह के पुष्पों से फूल बंगला सजेगा। भगवान को छप्पन भोग समर्पित किया जाएगा