भोपाल। जेपी अस्पताल में रविवार दोपहर डॉक्टरों की लापरवाही का बड़ा मामला सामने आया है। समय से प्रसूता का इलाज शुरू नहीं होने के चलते नवजात की मौत हो गई।
प्रसूता के पति पचंशील नगर निवासी राजकुमार राठौर ने बताया कि वे लेवर पैन शुरू होते ही वे पत्नी को लेकर अस्पताल पहुंचे। इमरजेंसी में जब लेडी डॉक्टर को प्रसूता का पर्चा दिखाए तो उन्होंने कहा कि लेबर रूम में लेकर जाओं वहीं आकर देखते हैं। लेकिन वहां न तो स्ट्रचर था और न ही व्हील चेयर इसके बाद वे प्रसूता को पैदल ही लिफ्ट तक लेकर गए। इस दौरान प्रसूता को ब्लीडिंग होने लगी। जैसे-तैसे लेबर रूम पहुचे। इसके बाद वहां मौजूद स्टॉफ उनकी पत्नी को लेबर रूम में लेकर गया और 10 मिनट बाद ही खबर दी की बच्ची की जन्म के बाद मौत हो गई।
महिला के पति ने आरोप लगाया है कि अगर समय रहते इमरजेंसी में उनकी पत्नी की इलाज हो जाता तो शायद बच्ची की जान बच जाती। उन्होंने कहा कि इसके बाद भी अस्पताल में अभी तक उनकी पत्नी को सही इलाज नहीं मिल रहा है।