10 दिन से पूरा प्रदेश भीषण गर्मी से तप रहा है। रविवार को नाैगांव अाैर खजुराहो में पारा 48 डिग्री के करीब पहुंच गया। 15 शहराें में पारा 45 से 48 डिग्री के बीच रहा। भाेपाल में रविवार को तापमान 43.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। आसमान में बादल के कारण तापमान शनिवार को मुकाबले .3 डिग्री कम रहा। उधर, इंदौर जिले के महू, देपालपुर, सांवेर ग्रामीण क्षेत्रों सहित शहर के कई हिस्सों में बारिश हुई। खरगोन जिले में बिजली गिरने से तीन लोगों की मौत
हो गई। कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि यदि प्रदेश में मानसून तय समय 13 से 15 जून तक नहीं अाया ताे परेशानी अाैर बढ़ जाएगी। बाेवनी देरी से हुई ताे पैदावार प्रभावित हाेगी।
खेत तैयार नहीं होने से समय पर नहीं हो पाएगी बोवनीफल अनुसंधान केंद्र के चीफ साइंटिस्ट एवं एग्रीकल्चर-हार्टीकल्चर एक्सपर्ट डाॅ. एमएस परिहार ने बताया कि 15 जून के बाद खरीफ साेयाबीन, धान, मूंग, उड़द, मक्का, ज्वार, बाजरा, राजगिरा की बाेवनी शुरू हाेती है। इनके साथ ही बरबटी, भिंडी, हल्दी, अदरक की फसल भी हाेती है। प्री-मानसून गतिविधि नहीं हाेने से खरीफ फसल के लिए लैंड प्रिपरेशन यानी जमीन की तैयारी करने में किसानाें काे दिक्कत हाेगी। समय से बाेवनी नहीं हाेगी, खरीफ सीजन की अवधि बढ़ जाएगी