ऊना। जिला शराब विक्रेता एसोसिएशन ने सोमवार को ऊना में बैठक की। इसमें अवैध शराब बिक्री के विरुद्ध सख्ती से आवाज उठाई है। एसोसिएशन के अध्यक्ष मेहताब सिंह ठाकुर ने कहा कि जिले में अवैध रूप से ढाबों, दुकानों पर बिक रही शराब पर कोई रोक न लगने से उन्हें नुकसान हो रहा है।
मेहताब ने कहा कि अवैध शराब बेचने वाले जहां एक ओर सरकार के राजस्व से लूट कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर बाहरी राज्यों की शराब बेची जा रही है। इसकी गुणवत्ता का भी पता नहीं है। उन्होंने कहा कि यदि कोई हादसा हो जाए, तो इसका कौन जिम्मेवार होगा। मेहताब ने कहा कि आबकारी एवं कराधान विभाग से कई बार अवैध शराब ब्रिकी का मसला उठाया गया है, लेकिन विभाग इसे रोकने में पूरी तरह से विफल हुआ है।
उन्होंने कहा कि शराब फैक्ट्रियों में गाड़ी का आधिकारिक रूप से परमिट जाता है। उस परमिट पर तीन-तीन गाड़ियां शराब की उद्योगों से निकाली जाती हैं।
उन्होंने कहा कि ये माल सीधा शराब माफिया के पास जा रहा है। इसकी वजह से शराब के ठेकेदार आर्थिक मंदी का सामना कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यदि यही हालात रहे तो शराब विक्रेता ठेकों की चाबियां विभाग को सौंपने पर मजबूर हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि चंडीगढ़ की शराब भारी मात्रा में जिला ऊना में बिक रही है। हैरानी इस बात की है कि आबकारी और पुलिस ने चुनाव आचार संहिता के समय तो बाहरी शराब पर रोक रखी और जिला में कम मामले अवैध शराब के हुए, लेकिन चुनाव खत्म होने के बाद धड़ल्ले से शराब का अवैध कारोबार फल-फूल रहा है। इस अवसर पर उपप्रधान गौरव खन्ना, सचिव नरदीप ठाकुर, राजीव शर्मा, सतीश कुमार, अशीष शर्मा, विनोद कुमार, शिवांश ठाकुर, रिंकू कुमार, सर्वजीत मनकोटिया, जोगिंद्रपाल, जसवीर सिंह, अनिल कुमार, स्वर्णजीत, जतिंद्र कुमार, राकेश, हरप्रीत सिंह सहित अन्य उपस्थित रहे।