भोपाल में एक युवक की पुलिस हिरासत में मौत हो गई। परिजनों ने पुलिसकर्मियों की पिटाई से युवक की मौत होने का आरोप लगाया। मृतक का थाने में गिरते हुए सीसीटीवी फुटेज सामने आए हैं, जिसमें वो गिरते हुए दिख रहा है। राज्य के गृहमंत्री बाला बच्चन ने घटना की न्यायिक जांच के आदेश दे दिए हैं। आईजी योगेश देशमुख ने बैरागढ़ थाने के टीआई अजय मिश्रा, एसआई राजेश तिवारी सहित 5 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया। युवक के पिता स्वयं पुलिस में हैं और साइबर सेल में पदस्थ हैं।
मृतक के मामा ह्दयेश भार्गव ने बताया कि मंगलवार देर रात उनका भांजा शिवम और उसका दोस्त गोविंद बैरागढ़ से आगे एक ढाबे पर खाना खाने जा रहे थे। जैसे ही उनकी गाड़ी लालघाटी से आगे पहुंचीं। बीआरटीएस कॉरिडोर से टकरा गई। डायल-100 के जवान मौके पर पहुंचे और दोनों युवकों को पास की पुलिस चौकी पर ले आए। यहां दोनों की जमकर पिटाई की गई।
थाने में ले जाकर पीटने का आरोप: बैरागढ़ थाने का मामला होने की वजह से वहां की पुलिस को हादसे की जानकारी दी गई। इसके बाद बैरागढ़ पुलिस आई और दोनों युवकों को थाने ले गई। वहां भी शिवम और उसके दोस्त की जमकर पिटाई की गई। शिवम ने कई बार पिटाई कर रहे पुलिसवालों को बताया कि उसके पिता भी पुलिस में हैं। लेकिन पिटाई कर रहे पुलिसवालों ने उसकी एक नहीं सुनी और लगातार उसे मारते रहे। शिवम के साथ कार में सवार उसके दोस्त की भी पुलिस ने पिटाई की है। गोविंद ने कहा कि पुलिस से हम पूछते रहे कि हमारा कसूर क्या है लेकिन पुलिस हमको मारती रही। थोड़ी देर बाद उसे बताया गया कि शिवम की मौत हो गई।
थाने के सीसीटीवी में रिकॉर्ड हुई घटना: बैरागढ़ थाने में लगे सीसीटीवी में शिवम की मौत की घटना रिकॉर्ड हुई है। रिकॉर्डिंग में शिवम पुलिसवालों से घिरा हुआ दिख रहा है। पुलिसवाले उसे धकियाते दिख रहे हैं। पुलिस के धक्का लगते ही शिवम जमीन पर गिर जाता है। कुछ पुलिसकर्मी उसे उठाने का प्रयास कर रहे हैं। इसके बाद एक पुलिसकर्मी दौड़कर पुलिस की गाड़ी लेकर आता दिख रहा है। बताया जा रहा है कि शिवम को पुलिस अस्पताल लेकर गई जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।
डॉक्टरों ने किया मृत घोषित: परिजनों का आरोप है कि दोनों को कोई चोट नहीं लगी थी। लेकिन, वहां पास ही खड़ी डॉयल 100 वाहन दोनों को पुलिस थाने ले गई और हिरासत में दोनों को बुरी तरह से पीटा। इसी बीच स्थिति बिगड़ने पर पुलिस शिवम को अस्पताल ले गई, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। उसका दूसरा साथी गंभीर स्थिति में अस्पताल में भर्ती है।
शिवम की मौत के बाद परिजन बुधवार तड़के अस्पताल पहुंचे। परिजनों ने पुलिस पर मृतक की सोने की चेन और अंगूठी लूटने का आरोप भी लगाया। डीआईजी इरशाद वली भी हमीदिया अस्पताल पहुंचे। उन्होंने परिजनों को समझाया। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस के आला अधिकारी और भारतीय जनता पार्टी के स्थानीय विधायक रामेश्वर शर्मा भी अस्पताल पहुंचे। पुलिस ने शव को पीएम के लिए भेज दिया। हंगामे की आशंका के मद्देनजर अस्पताल परिसर में भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है।
परिजनों ने कहा कि जब शिवम की थाने में पिटाई हो रही थी तो उस वक्त मृतक शिवम के चाचा जो इंदौर में सब-इंस्पेक्टर हैं, उन्होंने बैरागढ़ टीआई अजय मिश्रा को फोन लगाकर इसकी जानकारी दी थी और अपने भतीजे को छोड़ने की गुहार लगाई थी। लेकिन इसके बावजूद शिवम को बेरहमी से पीटा गया कि उसकी मौत हो गई। परिजनों ने पिटाई करने वाले पुलिसवालों के साथ ही बैरागढ़ टीआई को बर्खास्त करने की मांग की।
घटना की निंदा करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कहा है कि प्रदेश सरकार की संवेदनाएं मर चुकी हैं। पुलिस प्रशासन निरंकुश हो गया है। उन्होंने कहा कि युवक की कार बीआरटीएस कॉरिडोर की रेलिंग से टकरा गई थी। ये ऐसी घटना ऐसी नहीं थी कि पुलिस युवक को पीट-पीटकर मार डाले। उन्होंने कहा कि प्रदेश में गरीबों को सताया जा रहा है, विरोध करता है तो झोपड़ी को आग लगा दी जाती है। उस आग में कूदकर एक बहन ने जान दे दी। क्या गरीबों को ऐसा जताया जाएगा, आदिवासियों को सताने का भी मामला सामने आया है। सरकार को मैं चेता रहा हूं, अगर ये चलता रहा तो हम चुप नहीं बैठेंगे।