मध्य प्रदेश के मुरैना में मंदिर की जमीन पर अतिक्रमण हटाने गई पुलिस और प्रशासन के हाथ पांव तब फूल गए, जब अतिक्रमण का विरोध करते हुए एक बुजुर्ग महिला आग में कूद गई. बड़ी मुश्किल से महिला को बचाया गया. महिला को झुलसता देख स्थानीय लोगों का गुस्सा भड़क गया. JCB को लोगों ने फूंक डाला.
लोगों ने तहसीलदार की गाड़ी को भी नहीं छोड़ा. उन्होंने उसमें भी तोड़फोड़ की. आग में झुलसी महिला को बिना इलाज के सड़क पर लेटाकर चक्का जाम कर दिया. प्रशासन की ओर से सहायता का आश्वासन मिलने के बाद मामला शांत हुआ. अतिक्रमण करने वाले परिवार की दलील है कि बिना नोटिस के उन्हें अचानक हटाया गया, जिससे घर की बुजुर्ग महिला गुस्से में आग में कूद गई.
एमपी में इन दिनों अतिक्रमण हटाने जाए पर ज्यादा जोर है. पिछले मंगलवार को पुलिस, राजस्व विभाग और नगर पालिका के अफसर अतिक्रमण हटाने के लिए सड़कों पर उतर पड़े. लेकिन इसका कोई खास असर नहीं दिखा. पूरा प्रशासन लोगों से अतिक्रमण हटाने की दरख्वास्त करता नजर आया. अफसरों के अनुरोध पर छोटे दुकानदारों ने अतिक्रमण तो हटा दिए. लेकिन जिन दुकानदारों की राजनीतिक पहुंच थी, अफसर उनका अतिक्रमण नहीं हटा सके.
चौक बाजार इलाके में दुकानदारों ने अधिकारियों से कहा कि वह पहले दुकानों के आगे लगे ठेलों को हटाएं उसके बाद वह अतिक्रमण हटाएंगे. गौरतलब है कि शहर के व्यापारियों और जिलाधिकारी की बैठक में अतिक्रमण हटाने का फैसला लिया गया था. यह कार्यक्रम फब्बारा चौक इलाके से शुरू हुआ. इसके बाद यह 30 मिनट में चौक बाजार तक पहुंच गया. इस दौरान दुकानदारों ने अपना सामान अंदर रख लिया.