लॉरेन मुलविहिल एक टैक्सी ड्राइवर हैं। उनके साथ हाल में कुछ ऐसा हुआ कि उन्होंने एक बीमार बुजुर्ग की जिंदगी को बदल दिया। लॉरेन को पिछले हफ्ते अस्पताल से फोन आया कि 89 साल के एक बुजुर्ग रोनाल्ड डेंबनर को छुट्टी मिल गई है। उन्हें घर छोड़कर आना है। लॉरेन जब रोनाल्ड को लेकर जॉर्जिया में उनके घर जा रही थीं। तो उन्हें उम्मीद थी कि वहां पर उनके परिवार के लोग मिलेंगे, लेकिन ऐसा हुआ नहीं।
जब वे घर पहुंचे तो रोनाल्ड ने बताया कि घर पर वह अपने कुत्ते के साथ अकेले रहते हैं। उनकी पत्नी और अन्य सदस्यों का निधन हो चुका है। लॉरेन तब उन्हें लेकर उनके घर के भीतर गईं। अंदर का दृश्य देखकर वह चौंक गईं। पूरा घर अस्त-व्यस्त था। बाथरूम में सीलन थी, कालीन भीगा हुआ था, फर्श पर जगह-जगह कुत्ते की गंदगी पड़ी थी और सीढ़ियों की रेलिंग भी टूटी हुई थी। रोनाल्ड मानसिक तौर पर पूरी तरह स्वस्थ होने के बावजूद ठीक से चल-फिर नहीं पाते थे, जिसकी वजह से उनके घर की देखभाल नहीं हो पाती थी। वह किसी को घर बुलाने से भी डरते थे, क्योंकि उनको लगता था कि कोई आएगा तो उनका घर और कुत्ता उनसे छीन लेगा।
लॉरेन को इस बुजुर्ग को ऐसी स्थिति में छोड़ना ठीक नहीं लगा। इसलिए उसने सोशल मीडिया पर रोनाल्ड की मदद के लिए एक ग्रुप बना दिया। उसने इस पर लिखा कि ‘मैंने रोनाल्ड के घर को साफ करने की कोशिश की है पर मैं एक सिंगल मां हूं और मेरे बच्चे ज्यादा समय तक अकेले नहीं रह सकते। रोनाल्ड को किसी की मदद की जरूरत है पर वे इसके लिए कुछ दे नहीं सकते और वे डरते हैं कि कोई उनसे उनका घर न छीन ले।’ इस ग्रुप के आठ सौ सदस्यों ने मिलकर न केवल पूरे घर की सफाई कर डाली, बल्कि उसे रिपेयर भी कर दिया। इसके अलावा उन्होंने डोनाल्ड के फ्रिज को भी राशन से भर दिया।
इस से रोनाल्ड बहुत खुश हैं। वे लॉरेन और उनकी मदद करने वाले लोगों का शुक्रिया अदा कर रहे हैं। वह कहते हैं, “लॉरेन चाहतीं तो उन्हें घर के बाहर उतार कर लौट भी सकती थीं, लेकिन उन्होंने न केवल उन्हें भीतर तक छोड़ा, बल्कि उनकी खराब हालत को देखकर उनकी मदद भी की। वे इसे कभी नहीं भूल पाएंगे।”