इसमें मुख्यमंत्री कमलनाथ शामिल नहीं हुए, लेकिन सरकारी कार्यक्रम को लेकर विवाद हो गया। योग कार्यक्रम में जो पोस्टर लगे उसमें पीएम मोदी की फोटो नहीं थी। इसे लेकर महापौर आलोक शर्मा ने कड़ी आपत्ति जताई।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने योग को आगे बढ़ाया है। इसलिए उनका फोटो होना चाहिए था। असल में लाल परेड ग्राउंड में आयोजन स्थल पर लगे पोस्टर्स में मुख्यमंत्री कमलनाथ की फोटो सहित मंत्री प्रभुराम चौधरी और सहकारिता मंत्री डॉ गोविंद सिंह की तस्वीरें थीं। महापौर ने कहा कि कमलनाथ सरकार अपनी योजनाएं पूरी करने के लिए पीएम मोदी से सहयोग मांगते हैं, लेकिन लोगों के बीच योग को बढ़ावा देने के लिए वो अब कैसे सहयोग मांगेगे। इस पर स्कूल शिक्षा मंत्री प्रभुराम चौधरी ने कहा कि मैं फोटो की राजनीति नहीं करता। लेकिन जो कुछ भी हुआ है, उस बारे में अधिकारियों से जानकारी ली जाएगी।
मुख्यमंत्री कमलनाथ कार्यक्रम में शामिल नहीं होने के सवाल पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा- सबका अपना-अपना तरीका है। मुख्यमंत्री योग करें ना करें जनता तो कर रही है। जनता योग से जुड़ रही है और जब जनता जुड़ती है तो सबको जुड़ना पड़ता है। राज्यपाल पटेल ने अन्य प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों का उदाहरण दिया। उन्होंने कहा महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री फणनवीस, यूपी के सीएम योगी सबने योग किया। मैंने भी गुजरात की मुख्यमंत्री रहते हमेशा योग किया।