समुद्रतल से करीब 13050 फीट ऊंचे रोहतांग दर्रे पर बर्फ के बीच माइनस 10 डिग्री तापमान में आईटीबीपी के जवानों ने योग किया। वहीं विश्व के सबसे ऊंचे गांव टशीगंग में भी लोगों ने योग से निरोग रहने का संदेश दिया।अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर हिमाचल के हर जिला मुख्यालय में लाखों लोगों ने योग किया। शिमला के रिज मैदान, मनाली और धर्मशाला समेत सभी बड़े शहरों में योग दिवस का आयोजन हुआ।
धर्मशाला में शिमला जिले के ननखड़ी की शिक्षिका सीता ने करीब डेढ़ घंटे तक जानू शीर्षासन कर विश्व रिकॉर्ड बनाया। आईटीबीपी द्वितीय वाहिनी के जवानों का एक दल योग के लिए बीते दिन ही रोहतांग के लिए रवाना हो गया था। जवानों ने रोहतांग में कड़ाके की ठंड के बीच सुबह छह बजे ही योग की कई प्रक्रियाओं का अभ्यास कर दुनिया को योग का संदेश दिया। आईटीबीपी बबेली के सहायक सेनानी रवि शर्मा ने योग सिखाया
कमांडेंट कुशल कुमार ने कहा कि केंद्रीय आयुष मंत्रालय द्वारा जारी निर्देशानुसार आईटीबीपी जवानों ने रोहतांग के साथ बबेली में ब्यास नदी के किनारे योगाभ्यास किया। जनजातीय जिला लाहौल-स्पीति के काजा में भी योग कार्यक्रम का आयोजन किया गया।