भारत की धरती को होम ग्राउंड के रूप में अपनाने वाला अफगानिस्तान विश्वकप में टीम इंडिया पर भारी पड़ता दिख रहा है। गेंदबाजी में अच्छा प्रदर्शन करते हुए इस टीम ने भारत जैसे दिग्गज टीम को 224 रनों से आगे नहीं बढ़ने दिया। मैच का परिणाम चाहे जो भी हो लेकिन अफगानिस्तान के गेंदबाजों ने अपनी प्रतिभा प्रदर्शित करते हुए यह जता दिया कि वह भी उलटफेर कर सकते हैं।
अफगानिस्तान ने 2016 और 2017 में ग्रेटर नोएडा के शहीद विजय सिंह पथिक स्पोर्ट्स कांम्पलेक्स को होम ग्राउंड बनाया। टीम ने यहा लगातार अभ्यास किया। इसके बाद ही अफगानिस्तान को टेस्ट टीम का दर्जा मिला। वर्तमान में अफगानिस्तान का होम ग्राउंड शारजाह में है। वहीं इस टीम की अंडर-19 टीम भी नोएडा व ग्रेटर नोएडा में भी कई महीनों तक अभ्यास किया।
विश्वकप में बल्लेबाजी और गेंदबाजी के लिहाज से कई खिलाड़ी औसत प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन इस टीम को अब तक पांच मैचों में लगातार करारी हार का सामना करना पड़ा है। ऐसे में अब तक अजेय रहे भारतीय टीम के बल्लेबाजों का दबाव में रखना टीम के लिए उत्साहित करने वाला है। विश्वकप क्रिकेट में अफगानिस्तान के गेंदबाजों का संतोषजन प्रदर्शन रहा है। गुलबदन नईब, मोहम्मद नबी ने छह-छह विकेट लिए। दौलत जदरान ने पांच विकेट लिए हैं। वहीं राशिद खान चार विकेट झटके हैं।
अफगानिस्तान और भारत के बीच अब तक दो वनडे मुकाबले हुए हैं, जिसमें भारतीय टीम ने जीत दर्ज की है। अफगानिस्तान टीम विश्वकप की सबसे कमजोर टीम भी मानी जा रही है, लेकिन भारत के साथ हुए मुकाबले में युवा खिलाड़ियों से लैस इस टीम ने गेंदबाजी में विश्वकप का सबसे बेहतर प्रदर्शन किया। हशमतुल्लाह शहीदी टीम के लिए इस विश्वकप में सबसे अधिक 165 रन बना चुके हैं। वहीं नजीबुल्लाह जदरान ने 113 रन बनाए हैं। दोनों ने टीम के लिए अर्धशतकीय पारी भी खेली है। ऐसे में भारतीय टीम को जीत के लिए कसी हुई गेंदबाजी के साथ ही विकेट भी चटकाने होंगे। वहीं गेंदबाज राशिद खान ने भी दो अच्छी पारियां खेली हैं।