हिमाचल प्रदेश जैसी देव भूमि में कार्य करने का अवसर मिलना बड़े सौभाग्य की बात है। यह बात मुख्य न्यायाधीश वी रामासुब्रामनियन ने उनके सम्मान में हाईकोर्ट में आयोजित रेफरेंस के दौरान कहीं। उन्होंने कहा कि वे मद्रास हाईकोर्ट की ओर से हिमाचल प्रदेश के बतौर मुख्य न्यायाधीश के तौर पर कार्य करने वाले चौथे मुख्य न्यायाधीश होंगे।
प्रदेश के 24 वें मुख्य न्यायाधीश के तौर पर नियुक्ति पाने पर गायत्री मंत्र का उल्लेख करते हुए कहा कि गायत्री मंत्र में भी 24 शब्द हैं और गायत्री मंत्र की प्रेरणा से ही ऋषि वाल्मीकि ने रामायण जैसे महाकाव्य की रचना की थी। उन्होंने कहा कि वे भी अपने से पूर्व मुख्य न्यायाधीशों की तरह अपने सह-न्यायाधीशों, हाईकोर्ट बार एसोसिएशन व स्टाफ के साथ मिलकर हाईकोर्ट व न्याय के लिए पुरजोर कार्य करेंगे।
गत 22 जून को प्रदेश के राज्यपाल ने इन्हें पद व गोपनीयता की शपथ दिलाई थी। इस अवसर पर हिमाचल प्रदेश हाई कोर्ट के न्यायाधीश तरलोक सिंह चौहान, सुरेश्वर ठाकुर, विवेक सिंह ठाकुर, अजय मोहन गोयल, संदीप शर्मा,सी बी बारोवालिया, अनूप चिटकारा व ज्योत्सना रिवाल दुआ के अलावा सेवानिवृत न्यायाधीशों ने भी हिस्सा लिया।