वर्ल्ड कप के 34वें मैच में भारत का मुकाबला गुरुवार को मैनचेस्टर में वेस्टइंडीज से होगा। टीम इंडिया की नजर टू्र्नामेंट में लगातार पांचवीं जीत पर है। वर्ल्ड कप के इतिहास में दूसरी बार भारत लगातार 5 मैच जीत सकता है। पिछली बार 2015 वर्ल्ड कप में उसे लगातार छह मुकाबलों में सफलता मिली थी। दोनों टीमों के बीच इंग्लैंड के मैदान पर यह छठा मुकाबला होगा। भारत तीन में जीता। वेस्टइंडीज को सिर्फ दो में ही जीत मिली। टीम इंडिया विंडीज के खिलाफ यहां पिछली बार 1983 में हारी थी। तब उसे 66 रन से शिकस्त मिली थी।
अंक तालिका में भारतीय टीम तीसरे स्थान पर है। उसके 5 मैच में 9 अंक हैं। इस मैच में जीत के बाद वह सेमीफाइनल में जगह बनाने के करीब पहुंच जाएगा। दूसरी वेस्टइंडीज की टीम 4 मैच हार चुकी है। उसे 1 में जीत मिली और एक मैच बारिश के कारण रद्द हो गया। बाकी बचे तीन मैच में जीतने पर भी उसके 9 अंक ही होंगे। दो बार की चैम्पियन टीम सेमीफाइनल की दौड़ से बाहर हो चुकी है।
भारत-वेस्टइंडीज हेड टू हेड
दोनों टीमों के बीच अब तक कुल 126 वनडे खेले गए। इनमें वेस्टइंडीज 62 में जीता। भारत को 59 मैच में सफलता मिली। 2 मुकाबले टाई रहे। 3 मैच में नतीजा नहीं निकला। वर्ल्ड कप की बात करें तो दोनों के बीच अब तक 8 मैच खेले गए। इनमें भारत 5 और वेस्टइंडीज 3 मैच जीता। भारतीय टीम वेस्टइंडीज को ही 1983 वर्ल्ड कप के फाइनल में हराकर फाइनल जीती थी।
मौसम और पिच रिपोर्ट
मैनचेस्टर में गुरुवार को बारिश की बिल्कुल संभावना नहीं है। दिनभर धूप रहेगी। तापमान भी 18 से 23 डिग्री सेल्सियस के बीच रहेगा। मैनचेस्टर में अब तक वर्ल्ड कप के तीन मुकाबले खेले जा चुके हैं। पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम को यहां फायदा मिला है। इस बार भी पिच बल्लेबाजों की मदद करेगी। टॉस जीतने वाली टीम यहां पहले बल्लेबाजी करना पसंद करेगी।
भारत की ताकत
विराट कोहली : टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली इस बार टूर्नामेंट में फॉर्म में हैं। उन्होंने 4 मैच में 244 रन बनाए। इस दौरान उनका औसत 61 और स्ट्राइक रेट 102.09 का रहा है। कोहली ने टीम के लिए सबसे ज्यादा 3 अर्धशतक लगाए। वेस्टइंडीज के खिलाफ वनडे में पिछली छह पारियों में उनके नाम 4 शतक है। ऐसे में विंडीज के खिलाफ वे इस मैच में भी बेहतर प्रदर्शन करना चाहेंगे।
गेंदबाजी : भारत ने दक्षिण अफ्रीका को पहले मैच में 227 रन पर रोक दिया। वहीं, दूसरे मैच में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 352 रन का बचाव किया। ऑस्ट्रेलियाई टीम को 50 ओवर में 316 रन पर ऑलआउट कर दिया। पाकिस्तान के खिलाफ 336 रन का बचाव किया। बारिश के कारण पाक की पारी को 40 ओवर का कर दिया गया था। तब भारतीय गेंदबाजों ने 216 रन पर उसके 6 बल्लेबाजों को पवेलियन भेजा था। इसके बाद अफगानिस्तान के खिलाफ गेंदबाजों ने 224 रन का बचाव किया। टीम के लिए तेज गेंदबाजों ने 22 विकेट लिए। वहीं, स्पिनर्स के खाते में 11 विकेट गए।
चौथे नंबर का बल्लेबाज : लोकेश राहुल के ओपनिंग करने से चौथे नंबर की जगह खाली हो गई। पिछले मैच में विजय शंकर इस क्रम पर उतरे, लेकिन उनका प्रदर्शन निराशाजनक रहा। वे 41 गेंद पर 29 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। ऐसे में टीम प्रबंधन के लिए यह क्रम चिंता का कारण बना हुआ है। शंकर को अगर मौका मिलता है, तो उन्हें खुद को साबित करना होगा। उनका स्थान लेने के लिए ऋषभ पंत भी टीम में हैं।
वेस्टइंडीज की ताकत
क्रिस गेल : वेस्टइंडीज का यह ओपनर अपनी टीम को तेज शुरुआत देने में सक्षम है। पिछले मैच में न्यूजीलैंड के खिलाफ उन्होंने 84 गेद पर 87 रन बनाए थे। गेल ने इस मैच में 103.57 की स्ट्राइक रेट से रन बनाए। उनकी नजर इस मैच में वेस्टइंडीज के लिए वनडे में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज बनने पर होगी। उन्होंने 295 वनडे में 10345 रन बनाए। इस मामले में उनसे आगे ब्रायन लारा हैं। लारा ने 299 वनडे में 10405 रन बनाए थे। गेल को उन्हें पीछे छोड़ने के लिए 60 रन चाहिए।
शेल्डन कॉटरेल : विंडीज के इस युवा तेज गेंदबाज ने वर्ल्ड कप में सबको प्रभावित किया है। उन्होंने 6 मैच में 9 विकेट लिए। वे टीम के लिए सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं। कॉटरेल ने एक बार मैच में चार विकेट लिए। वे भारत के खिलाफ इस बड़े मुकाबले में फिर से सबको प्रभावित करना चाहेंगे।
वेस्टइंडीज की कमजोरी
ओपनिंग जोड़ी : वेस्टइंडीज को पिछले तीन मुकाबलों में ओपनर्स से बेहतर शुरुआत नहीं मिली। क्रिस गेल के जोड़ीदार के तौर पर न्यूजीलैंड के खिलाफ मैच में शाई होप उतरे। दोनों ने पहले विकेट के लिए सिर्फ 3 रन की साझेदारी की। बांग्लादेश और इंग्लैंड के खिलाफ गेल के साथ ओपनिंग करने इविन लेविस उतरे, लेकिन 6दोनों बड़ी साझेदारी करने में नाकार रहे। बांग्लादेश के खिलाफ 6 और इंग्लैंड के खिलाफ 3 रन की साझेदारी की।
भारत : विराट कोहली (कप्तान), जसप्रीत बुमराह, युजवेंद्र चहल, शिखर धवन, महेंद्र सिंह धोनी (विकेटकीपर), रवींद्र जडेजा, केदार जाधव, दिनेश कार्तिक, भुवनेश्वर कुमार, हार्दिक पंड्या, लोकेश राहुल, मोहम्मद शमी, विजय शंकर, रोहित शर्मा, कुलदीप यादव।
वेस्टइंडीज : जेसन होल्डर (कप्तान), फैबियान एलेन, कार्लोस ब्रैथवेट, डॉरेन ब्रावो, शेल्डन कॉटरेल, शेनोन गैब्रिएल, क्रिस गेल, शिमरॉन हेटमायर, शाई होप, इविन लेविस, एश्ले नर्स, निकोलस पूरन, केमार रोच, आंद्रे रसेल, ओसाने थॉमस।