प्रदेश में शिक्षा-व्यवस्था के क्या हाल हैं- इसका प्रत्यक्ष उदाहरण राजधानी के एक सरकारी स्कूल में देखने मिला। यहां अरेरा कॉलोनी स्थित नवीन अरेरा हायर सेकेंडरी स्कूल में बच्चों को अंग्रेजी पढ़ाने पहुंचीं रिटायर्ड आईएएस माला श्रीवास्तव ने छात्र-छात्राओं से भारत के राष्ट्रपति का नाम पूछा तो वह नहीं बता पाए। दरअसल, सरकारी स्कूलों में शिक्षा का स्तर सुधारने के लिए भोपाल कलेक्टर तरुण पिथोड़े की पहल पर सरकारी अफसर सोमवार को राजधानी के स्कूलों में क्लास लेने पहुंचे थे। रिटायर्ड आईएएस माला श्रीवास्तव ओल्ड कैंपियन स्कूल में बच्चों को अंग्रेजी पढ़ाने पहुंचीं थीं।
इस दौरान उन्होंने जब बच्चों से देश के राष्ट्रपति का नाम पूछा तो एक भी बच्चा इस प्रश्न का जवाब नहीं दे पाया। इसके बाद माला श्रीवास्तव ने बच्चों को रोज अखबार पढ़ने को कहा। ताकि वो अपने आस-पास हो रही घटनाओं की जानकारी रख सकें। उन्होंने बच्चों से बेझिझक अंग्रेजी बोलने को कहा। रिटायर्ड आईएएस अफसर माला श्रीवास्तव ने बच्चों से कहा कि,अंग्रेजी विदेशी भाषा है, लेकिन फिर भी हमें आना चाहिए। खुद कलेक्टर नवीन अरेरा हायर सेकेंडरी स्कूल में बच्चों को पढ़ाने पहुंचे। कलेक्टर ने बच्चों से सवाल पूछा कि आपको सबसे कठिन विषय कौन सा लगता है। तो उधर से जवाब आया अंग्रेजी, गणित और विज्ञान। बस फिर क्या, कलेक्टर साहब ने तीनों विषयों को पढ़ने के लिए अलग से टिप्स दिए।