मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार और राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार ने सॉफ्ट हिंदुत्व की राह पर कदम बढ़ा दिए हैं. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुधवार को बजट 2019-20 पेश किया. इसमें उन्होंने नंदी गाय आश्रयों की स्थापना करने की घोषणा की. वहीं, मध्य प्रदेश में कमलनाथ सरकार ने अपने पहले बजट में गौशाला बनाने के साथ-साथ राम वन गमन पथ को विकसित करने की घोषणा की है.
राजस्थान विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में पशु कल्याण के साथ गोशाला का वादा भी किया था. यही वजह है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने पहले ही बजट में बेसहारा पशुओं की देखभाल के लिए हर ग्राम पंचायत में नंदी गाय आश्रयों की स्थापना करने की घोषणा की है. आवारा पशुओं को लेकर प्रदेश के किसान परेशान हैं और लगातार धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं. ऐसे में मुख्यमंत्री ने आवार पशुओं से मुक्त राजस्थान बनाने की बात कही है.
गहलोत ने कहा कि कोई भी आवारा पशु सड़क पर न दिखे, इसके लिए हम हर ग्राम पंचायत मुख्यालय में नंदी गाय आश्रय बनाएंगे. साथ ही प्रदेश में 400 नए पशु चिकित्सा उप केन्द्र भी खोले जाएंगे. दरअसल राजस्थान में गाय को लेकर कई मॉब लिंचिंग के मामले भी सामने आ चुके हैं.
वहीं, मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार ने भी बुधवार को अपना पहला बजट पेश किया और साफ्ट हिंदुत्व की राह पर अपने कदम बढ़ा दिए. प्रदेश के वित्तमंत्री तरुण भनोत ने गौ संरक्षण के लिए 1309 करोड़ रुपए आवंटित किए हैं. प्रदेश के हर गांव में गौशाला खोलने का ऐलान किया है. मंदिर की जमीनों पर सरकारी निधि से गौशाला बनाई जाएंगीं.
कमलनाथ सरकार ने राम पथ गमन मार्ग विकसित करने के लिए राम वन पथ निगम बनाने का एलान किया है. इसके अलावा जबलपुर में नर्मदा रिवर फ्रंट को विकसित करने की घोषणा की है. बता दें कि मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने अपने वचन पत्र में हर ग्राम पंचायत में गोशाला, राम वन पथ निगम समेत नर्मदा को बचाने का वादा किया था. बता दें कि मध्य प्रदेश और राजस्थान दोनों राज्यों में कांग्रेस साफ्ट हिंदुत्व की राह पर कदम बढ़ा रही है. हालांकि हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में कांग्रेस का पूरी तरह से सफाया हो गया है. ऐसे में सरकार अब बीजेपी की तर्ज पर ही आगे बढ़ रही है.