बुध के कमजोर होने पर व्यक्ति अपनी बुद्धि का सही प्रयोग नहीं कर पाता है. व्यक्ति हर चीज को समझने में ज्यादा समय लेता है और अक्सर किसी दुविधा का शिकार हो जाता है. बुध कमजोर होने पर व्यक्ति अच्छी तरह बोल नही पाता, कभी कभी हकलाहट भी महसूस करने लगता है.
बुध कमजोर होने पर दिखाई देने लगते हैं ये लक्षण-
1 बुध के कमजोर होने पर अक्सर त्वचा से जुड़ी समस्या आने लगती हैं.
2 व्यक्ति कभी एलर्जी, दानों या फिर खुजली की समस्या से पीड़ित रहता है.
3 सूर्य का प्रभाव हो तो त्वचा पर जगह जगह दाग धब्बे पड़ जाते हैं.
4 अगर मंगल का भी प्रभाव हो तो त्वचा झुलस सी जाती है
5 अगर इसमें राहु का संयोग हो तो विचित्र तरह की त्वचा की समस्या होती है.
बुध के इन उपायों को करने से मिलेगा लाभ-
1 नित्य प्रातः ब्रश करने के बाद तुलसी के पत्तों का सेवन करें.
2 इसके बाद “ॐ ऐं सरस्वतयै नमः” का 108 बार जाप करें.
3 हर बुधवार को गणेश जी को दूर्वा अर्पित करें.
4 इस दूर्वा को अपने पास रखें.
अगर कान, नाक, गले की समस्या हो तो-
1 बुध के कमजोर होने पर सुनने और बोलने की समस्या होती है.
2 कभी कभी गला खराब हो जाता है और लगातार खराब ही बना रहता है.
3 व्यक्ति की नाक बंद रहती है, जुकाम सा अनुभव होता है.
4 किसी विशेष तरह की गंध और सुगंध से एलर्जी होती है.
उपाय-
1 नित्य प्रातः गायत्री मन्त्र का जाप करें या मन में दोहराएं.
2 गले में चांदी के चौकोर टुकड़े पर “ऐं” लिखवाकर उसे शरीर पर धारण करें.
3 हरे वस्त्र ज्यादा से ज्यादा धारण करें.
4 नित्य प्रातः स्नान के बाद पीला चन्दन माथे, कंठ और ह्रदय पर लगाएं.
अगर गणित या गणितीय विषयों में समस्या होती हो-
1 बुध के कमजोर होने पर गणित विषय में अक्सर समस्याएं होती हैं.
2 गणित से मिलते जुलते विषय जैसे- एकाउंट्स, इकोनॉमिक्स या सांख्यिकी में भी समस्या होती है.
3 व्यक्ति को बार बार इन विषयों में असफलता का सामना करना पड़ता है.
4 कभी कभी तो पढाई के शाखा या विषय को ही बदल देना पड़ता है.
उपाय-
1 जबरदस्ती किसी कठिन विषय का चुनाव न करें.
2 नित्य प्रातः और सायं “ॐ बुं बुधाय नमः” का जाप करें.
3 अपने पढ़ने के स्थान पर हरे रंग की कोई मूर्ति लगाएं.
4 खाने में थोड़ी सी हरी मिर्च का प्रयोग करें.