वर्ल्डकप 2019 के पहले सेमीफाइनल में टीम इंडिया को न्यूजीलैंड के हाथों मिली शिकस्त के बाद परिणाम के विश्लेषण का दौर शुरू हो गया है. हर विशेषज्ञ हार के कारणों को लेकर अपनी राय जता रहा है. टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली सचिन तेंदुलकर और वीवीएस लक्ष्मण का मानना है कि भारत ने सेमीफाइनल मुकाबले में महेंद्र सिंह धोनी को सातवें नंबर पर उतारकर भारी गलती की. गौरतलब है कि मंगलवार/बुधवार को हुए सेमीफाइनल मुकाबले में भारतीय टीम 239 रन के स्कोर का पीछा कर रही थी. इस मैच में हार्दिक पंड्या और दिनेश कार्तिक को धोनी से पहले भेजा गया जब भारत के चार विकेट 24 रन पर निकल गए थे.
लक्ष्मण ने कहा,‘धोनी को पंड्या से पहले भेजा जाना चाहिये था. यह भारी तकनीकी चूक थी. धोनी को दिनेश कार्तिक से पहले आना चाहिए था. वर्ष 2011 में वह युवराज सिंह की जगह चौथे नंबर पर आये और वर्ल्डकप जिताया.’गांगुली ने कहा कि बात सिर्फ धोनी की बल्लेबाजी की नहीं बल्कि दूसरे छोर पर युवा बल्लेबाजों पर उनके प्रभाव की भी थी. ऋषभ पंत और पंड्या खराब शॉट खेलकर आउट हुए. गांगुली ने कहा,‘भारत को उस समय अनुभव की जरूरत थी. पंत के क्रीज पर रहने के समय धोनी साथ होते तो उसे हवा के विपरीत वह शॉट नहीं खेलने देते. इंग्लैंड में यह काफी अहम है.’ उन्होंने कहा ,’धोनी को ऊपर भेजना चाहिये था. आपको उसके शांत स्वभाव की उस समय जरूरत थी. वह रहते तो ऐसे विकेट नहीं गिरते. जडेजा की बल्लेबाजी के समय धोनी थे और दोनों का तालमेल गजब का था. सातवें नंबर पर धोनी को भेजना गलत था.’
सचिन तेंदुलकर ने कहा ,‘सवाल यह है कि ऐसे हालात में क्या आपको अनुभव के आधार पर धोनी को ऊपर नहीं भेजना चाहिये था.आखिर में वह लगातार जडेजा से बात करता रहा और हालात उसके नियंत्रण में थे.’उन्होंने कहा ,‘हार्दिक की जगह धोनी को ऊपर भेजना चाहिये था. कार्तिक को पांचवें नंबर पर भेजना समझ से परे था.’ गांगुली ने हा,‘चयनकर्ता पिछले डेढ साल में मध्यक्रम का संयोजन नहीं बना सके.हर बार रोहित और विराट पर निर्भर नहीं रह सकते.’