वर्ल्ड कप में रविवार को इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के बीच खेला गया फाइनल टाई रहा। इसके बाद सुपर ओवर हुआ, वह भी टाई रहा। आईसीसी के नियमानुसार मैच में ज्यादा बाउंड्री लगाने वाली इंग्लैंड (26) को न्यूजीलैंड (17) के खिलाफ जीत दे दी गई। न्यूजीलैंड 2015 वर्ल्ड कप फाइनल में भी ऑस्ट्रेलिया से हार गई थी। कप्तान विलियम्सन ने कहा कि लगातार दूसरे फाइनल में हारना दुखद रहा। इस बार कुछ ऐसी चीजें भी हुईं, जिन्हें झेल पाना मुश्किल है।
विलियम्सन का मानना है कि उनकी टीम ने बेहतरीन प्रदर्शन किया है। उन्होंने कहा, “मैं निराश हूं। यहां तक पहुंचने के लिए खिलाड़ियों ने बहुत मेहनत की थी। यहां आकर लगातार दूसरे वर्ल्ड कप के फाइनल में खेलना और बेहद कम अंतर से खिताब न जीत पाना, दुखद है। मुझे लगता है कि इस टूर्नामेंट के दौरान मैंने संवाददाता सम्मेलन में पहले भी ‘अनियंत्रित’ चीजों के बारे में बात की है। इस बार कई ऐसी चीजें हुई जिन्हें झेल पाना बहुत मुश्किल है।”
विलियम्सन ने कहा, “इंग्लैंड इस खिताब की हकदार है। उसने सिर्फ फाइनल में ही नहीं, बल्कि पूरे टूर्नामेंट में शानदार क्रिकेट खेली।” इस पूरे टूर्नामेंट में कम रन बनाने के बाद भी न्यूजीलैंड ने कई मैच जीते। इस पर विलियम्सन ने कहा, “हम 250, 260 का स्कोर चाहते थे। हम जानते थे कि यह आसान नहीं है और हम उम्मीद कर रहे थे कि पिच थोड़ी ड्राई होगी और ऐसा ही हुआ। मैं समझता हूं कि शुरुआती 10 ओवर में हमें मूवमेंट मिली और हम शुरुआती विकेट चटका पाए।”
इंग्लैंड पहली बार वर्ल्ड कप खिताब जीता है। वर्ल्ड कप इतिहास में पहली बार फाइनल में सुपर ओवर खेला गया। यह भी पहली बार हुआ, जब मैच और सुपर ओवर दोनों टाई हो गए। न्यूजीलैंड ने पहले 241 रन बनाए। इंग्लैंड की टीम 241 रन पर ही ऑलआउट हो गई। सुपर ओवर में इंग्लैंड ने 15 रन बनाए। न्यूजीलैंड ने इस लक्ष्य की बराबरी तो कर ली, लेकिन जीत के लिए जरूरी एक रन बनाने से चूक गया। पूरे मैच में इंग्लैंड ने 26 और न्यूजीलैंड ने 17 बाउंड्री लगाईं। ज्यादा बाउंड्री लगाने की वजह से इंग्लैंड को विजेता घोषित किया गया।