मेजबान इंग्लैंड ने वर्ल्ड कप के बेहद ही रोमांचक फाइनल मुकाबले में न्यूजीलैंड को सुपर ओवर के बाद ज्यादा बाउंड्री के आधार पर हराकर खिताब हासिल किया. लेकिन इस मैच का सबसे अहम पल इंग्लैंड की पारी के आखिरी ओवर में देखने को मिला जब ओवरथ्रो की वजह से मेजबान टीम को चार अतिरिक्त रन मिले और यही मैच में निर्णायक साबित हुए.
इंग्लैंड को वर्ल्ड कप विजेता बनने के लिए आखिरी तीन गेंद में 9 रन की जरूरत थी. स्टोक्स ने बाउंड्री पर हिट लगाया जो सीधे गुप्टिल के पास गया और गुप्टिल ने जब थ्रो किया तो वह स्टोक्स के बल्ले से टकराते हुए थर्ड मैन बाउंड्री के पास चला गया. इस गेंद पर स्टोक्स को 2 रन पूरे करने के साथ ही ओवरथ्रो के चार अतिरिक्त रन भी मिले और इस तरह से अब उन्हें आखिरी दो गेंद में तीन रन ही जीत के लिए चाहिए थे.
सोशल मीडिया पर काफी लोगों ने इंग्लैंड की पारी में 6 रन जोड़े जाने को लेकर काफी सवाल उठाए. लेकिन इस मामले में आईसीसी का नियम मेजबान टीम के साथ ही है. आईसीसी के 19.8 रूल के मुताबिक अगर ओवरथ्रो की वजह से बाउंड्री जाती है तो वह रन टीम के स्कोर में जोड़े जाएंगे. ओवरथ्रो के दौरान जो रन पूरे किए गए वह भी बल्लेबाजी टीम के खाते में जुड़ेगे.
गौर करने वाली बात है कि गुप्टिल का थ्रो अपने आप की स्टोक्स के बल्ले से आकर टकराया था, इसमें बल्लेबाज की कोई गलती नहीं थी. मैच के बाद मोर्गन ने भी माना कि किस्मत ने उनका साथ दिया वो वह जीत हासिल करने में कामयाब हुए. हालांकि आईसीसी ने साफ किया है कि वह जल्द ही इस नियम पर दोबारा से विचार करेगा