कल्प कामधेनु नगर में ग्रीन बेल्ट की जमीन पर अवैध रूप से बनाए गए चार मंजिला होस्टल को गिराने की कार्रवाई मंगलवार सुबह से जारी है। सोमवार को सात पिलर में तीन किलो बारूद से धमाका कर इमारत को कमजोर किया गया था। मंगलवार सुबह से पिलर में बारूद लगाने का काम दल के सदस्य कर रहे हैं।
यह होस्टल बिल्डर ने एक साल में तैयार कर दिया था। इसके लिए उसने नाले को दो बड़े पाइप डालकर बंद किया। फिर दो हिस्सों में भवन बना दिया था। एक्सप्लोसिव एक्सपर्ट शरद सरवटे ने बताया कि बिल्डिंग के बेसमेंट और ऊपर की दो मंजिलों में दीवारें गिराकर पीर में ड्रिलिंग कर 300 छेद किए गए हैं। सोमवार को बिल्डिंग का स्ट्रक्चर कमजोर करने के लिए सिर्फ बेसमेंट के सात पिलर में 45 छेदों में 3 किलो एक्सप्लोसिव भरकर ब्लास्ट किया गया।
कार्यपालन यंत्री ओपी गोयल व भवन अधिकारी दौलत सिंह गुंडिया ने बताया कि सात महीने में बिल्डर को अवैध निर्माण रोकने के 15 नोटिस दिए जा चुके थे। मामला हाई कोर्ट में भी गया था, लेकिन बिल्डर को राहत नहीं मिली। निगम अफसरों का कहना है कि आसपास ग्रीन बेल्ट पर बने अन्य मकानों पर भी कार्रवाई की जाएगी। रिमूवल की कार्रवाई के दौरान एक कर्मचारी घायल हो गया, जबकि उपायुक्त बाल-बाल बच गए।
कार्रवाई के दौरान एसडीएम सोहन कनाश, निगम उपायुक्त महेंद्र सिंह चौहान मौजूद थे। पहले निगमकर्मियों ने पोकलेन, जेसीबी और हथौड़े चलाकर दो मंजिलों तक दीवारें गिराईं। रिमूवल की कार्रवाई के दौरान एक कर्मचारी यूसुफ खान मलबा गिरने से घायल हो गया। वहीं भवन मालिक हरमिंदर सिंह होरा ने कार्रवाई पर कुछ नहीं कहा। बिल्डिंग इंस्पेक्टर सुरेश चौहान ने बताया कि बिल्डिंग के पास ही अमेरिकन टॉवर कंपनी का मोबाइल टॉवर भी अवैध रूप से खड़ा है।