ऊना। राष्ट्रीय किसान संगठन की बैठक राष्ट्रीय महामंत्री देसराज मोदगिल की अध्यक्षता में बंगाणा के धमांधरी और मनसोह गांव में हुई। बैठक में किसानों का दर्द झलक कर राष्ट्रीय महामंत्री के सामने आ गया। किसानों ने कहा कि उनकी कमाई मजदूर की दिहाड़ी से भी कम है। वह खेती को लाभ का धंधा कैसे बना सकते हैं। किसानों ने कहा कि उनके गांव में पेयजल ही आठ दिन बाद आता है। मनसोह गांव में सिंचाई के लिए विभाग ने जो टैंक बनाए हैं। वह बहुत ही गहरे स्थानों पर बना दिए हैं। टैंकों के गहराई वाले स्थान पर होने से पानी खेतों में नहीं पहुंच पाता है। इसकी वजह उन्हें से फसलों के लिए बारिश के पानी पर निर्भर रहना पड़ता है। किसानों ने संगठन से मांग की कि उन्हें लावारिस पशुओं और बंदरों से भी निजात दिलाई जाए।
प्रदेश सरकार उनकी समस्याएं हल करने के लिए ठोस प्रयास नहीं करती है। महामंत्री ने किसानों को आश्वासन दिया कि वे उनकी समस्याओं को राष्ट्रीय मंच पर उठाएंगे। इसके बाद ग्रामीण किसान समिति का गठन किया गया। इसमें कल्याण सिंह को प्रधान, जीवन सिंह सचिव, सुच्चा सिंह उपप्रधान, बिशन सिंह कोषाध्यक्ष बनाया गया। इसके अलावा सतपाल, बलवीर, यशपाल, दर्शन, शमशेर, बलविंद्र, अंजू राणी, महिंद्र सिंह को सदस्य बनाया गया। इस अवसर पर गुरवचन सिंह को किसान तहसील उपाध्यक्ष भी बनाया गया। राष्ट्रीय किसान संगठन की ओर से राष्ट्रीय महामंत्री देसराज मोदगिल, बालकृष्ण शास्त्री प्रदेशाध्यक्ष, सरदार चंचल सिंह, प्रकाश चंद शर्मा, अमरीक सिंह, कर्म सिंह पंडित ज्ञान चंद शामिल रहे।