राजधानी में स्मार्ट बाइक(साइकिल) चलाने के लिए लगने वाले रजिस्ट्रेशन शुल्क को घटा दिया गया है। अभी तक 500 रुपए रजिस्ट्रेशन शुल्क लिया जाता था। लेकिन अब नई व्यवस्था के बाद स्कूली छात्रों को 50 रुपए, कॉलेज छात्रों को 100 रुपए और सीनियर सिटीजन और महिलाओं को 100 रुपए रजिस्ट्रेशन शुल्क जमा करना पड़ेगा। इसके बाद हर महीने लगने वाला शुल्क 149 रुपए प्रति महीना किराया चुकाना पड़ेगा।
यह फैसला बुधवार को स्मार्ट सिटी के अधिकारियों के साथ स्मार्ट सिटी काॅरपोरेशन के चेयरमेन और कलेक्टर तरुण पिथोड़े के साथ हुई बैठक में लिया गया, बैठक का आयोजन स्मार्ट सिटी के गोविंदपुरा स्थित दफ्तर में किया गया था। बैठक में कलेक्टर पिथोड़े ने कहा कि शहर में ज्यादा से ज्यादा लोग स्मार्ट बाइक चला सके, इसलिए रजिस्ट्रेशन शुल्क कम किया गया है। अगले एक सप्ताह के भीतर हर महीने लगने वाला किराया भी घटाया जाएगा। उन्होंने बताया कि शहर में पब्लिक बाइक शेयरिंग (पीबीएस) के स्टेशन की संख्या बढ़ाई जाएगी, ताकि लोगों को घर के नजदीक स्मार्ट साइकिल मिल सके।
गौरतलब है कि शहर में कुल 500 स्मार्ट बाइक का संचालन पिछले दो साल से किया जा रहा है। इसके लिए करीब 50 स्टेशन बनाए गए हैं, जहां से इन बाइकों को लिया जा सकता है। रोजाना 1200 लोग इसका इस्तेमाल करते हैं, जबकि करीब 65000 हजार लोगों ने स्मार्ट बाइक के लिए रजिस्ट्रेशन कराया हुआ है।
शुरुआत में साइकिल चलाने के लिए रजिस्ट्रेशन कराने पर 500 रुपए चार्ज लिया जाता है। अब इस राशि को हर श्रेणी में घटा दिया गया है। यह राशि सिक्योरिटी मनी के रुप में ली जाती है। यह राशि रिफंडेबल होती है, इसके बाद महीने में 149 रुपए मासिक किराया लिया जाता है। इसके बाद राइडर महीने भर कभी भी 30 मिनट तक फ्री साइकिल चला सकता है। इससे अधिक समय के लिए पांच रुपए प्रति 30 मिनट के हिसाब से चार्ज लिया जाता है। इसका उपयोग भी सुबह (5 बजे से 8 बजे) और शाम (6 बजे से 8 बजे) सबसे ज्यादा होता था। कम संख्या के कारण अधिकांश लोगों को इसका लाभ नहीं मिल पाया।