जेपी अस्पताल में डिलीवरी से पहले एक महिला काे लगाए गए इंजेक्शन से माैत हाेने का आराेप लगा है। छह नंबर निवासी सुरेश मालवीय ने बताया कि उनकी बहन 32 वर्षीय इंदु मालवीय सिवनी में एएनएम थीं। डिलीवरी के लिए उन्हें भाेपाल बुलाया गया था। 15 जुलाई काे उन्हें जेपी अस्पताल में भर्ती किया था।
रात नाै बजे डाॅ. श्रृद्धा अग्रवाल ने इंदु के पति काे इंजेक्शन लाने भेजा और जब वे लाैटकर आए ताे श्रृद्धा की हालत बिगड़ चुकी थी। कुछ देर में इंदु की माैत हाे गई। परिजनाें ने बच्चे काे बचाने की बात कही, लेकिन डाॅक्टराें ने इंदु का शव हमीदिया की मर्चुरी भेज दिया।
इस मामले में अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि इंदु काे एक्लेम्पसिया नामक बीमारी थी। इस बीमारी में प्रसूता काे गर्भावस्था या डिलीवरी के दाैरान दौरे पड़ते हैं। इसी कारण इंदु की माैत हुई। परिजनाें ने इसकी शिकायत हबीबगंज थाने के साथ स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट से की है।