भाजपा आलाकमान ने सांसद साध्वी प्रज्ञा को चेतावनी दी है कि वे सोच समझकर बोलें और ऐसे बयान ना दें, जिससे पार्टी की छवि को नुकसान होता है। साध्वी ने एक दिन पहले सीहोर में भाजपा कार्यकर्ताओं की बैठक में कहा था- ‘हम नाली साफ करवाने के लिए सांसद नहीं बने हैं। हम आपका शौचालय साफ करने के लिए बिल्कुल नहीं बनाए गए हैं। हम जिस काम के लिए बनाए गए हैं, वो काम हम ईमानदारी से कर रहे हैं।’
उनके इस बयान को स्वच्छता अभियान का मखौल माना जा रहा है, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्राथमिकता में है। सूत्रों के मुताबिक सोमवार को भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा और पार्टी के नए संगठन महामंत्री बीएल संतोष ने साध्वी प्रज्ञा को पार्टी मुख्यालय में तलब किया।
उनसे कहा गया कि पहले भी चुनाव के दौरान उनके गोडसे को लेकर दिए गए बयान पर विवाद हो चुका है और पीएम मोदी भी उसे लेकर नाराजगी जता चुके हैं। उनसे कहा गया कि इस तरह का कोई भी बयान न दिया जाए, जिससे पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचता है। सांसद ने पार्टी दफ्तर से बाहर आते हुए कुछ भी कहने से इनकार कर दिया।
साध्वी प्रज्ञा के लोकसभा चुनाव के दौरान गोडसे को लेकर दिए बयान पर हुए विवाद के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा था कि वह दिल से साध्वी को कभी माफ नहीं कर पाएंगे। साध्वी पर कार्रवाई की बात भी पार्टी की तरफ से की गई थी हालांकि कुछ नहीं हुआ।