भोपाल-नई दिल्ली शताब्दी को सुपर फास्ट वंदे भारत ट्रेन बनने में अब 18 महीने से ज्यादा का समय लग जाएगा। रेलवे बोर्ड ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट के लिए हुए टेंडर रद्द कर दिए हैं। नए टेंडर जारी में 3 माह से अधिक का समय लग सकता है।
पहले यह अगले साल मार्च तक ट्रैक पर उतरनी थी। वंदे भारत ट्रेन मुंबई, सूरत, दिल्ली, भोपाल, इंदौर, अमृतसर, चंडीगढ़ शताब्दी को रिप्लेस कर चलाई जानी है। पहली वंदे भारत 18 माह के रिकाॅर्ड समय में 97 करोड़ रुपए में बनी थी। इसलिए यह तय है कि अगर बहुत तेजी से निर्माण किया गया तो 18 माह कम से कम समय लग जाएगा। देश में कुल 50 वंदे भारत ट्रेन बनेंगी।
कुछ वेंडरों और मल्टीनेशनल कंपनियों ने ट्रेनों में लगने वाले बिजली उपकरण में पक्षपात का अारोप लगाते हुए रेल मंत्रालय में शिकायत की थी। ये उपकरण वंदे भारत से लेकर मेमू, ईएमयू व एयर कंडीशंड ईएमयू इस्तेमाल हुए हैं। इसलिए बोर्ड ने इससे संबंधित सभी पुराने टेंडर रद्द कर दिए हैं।