कांगड़ा विवाद सुलटाने के लिए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की अध्यक्षता में भाजपा की पीटरहॉफ शिमला के बंद कमरे में हुई गोपनीय चर्चा दूसरे ही दिन ‘ज्वालामुखी’ बनकर सामने आ गई। ज्वालामुखी से भाजपा विधायक रमेश धवाला ने संगठन महामंत्री पवन राणा के खिलाफ मंगलवार को मोर्चा खोलते हुए कहा कि वह हिमाचल में समानांतर सरकार चला रहे हैं। हालांकि यह भड़ास धवाला ने मुख्यमंत्री के साथ सोमवार देर रात तक पीटरहॉफ मे चली बैठक में निकाली थी।
धवाला ने कहा कि राणा केवल उनके ही नहीं, बल्कि हर विधायक के कामकाज में टांग अड़ा रहे हैं। विधायकों के यहां समानांतर खड़े लोगों को अगली बार टिकट दिलाने के वादे तक कर रहे हैं। धवाला ने बताया कि इस पर सीएम ने उन्हें 15 दिन में मसला हल करने का आश्वासन दिया है। विधायक के इस बयान से प्रदेश भाजपा के भीतर पैदा हुई गुटबाजी और मुखर हुई है। ज्वालामुखी विधानसभा क्षेत्र से ही ताल्लुक रखने वाले पवन राणा पर धवाला ने सीधे-सीधे जुबानी हमला बोला है।
धवाला से जब मुख्यमंत्री के साथ सोमवार रात हुई ज्वालामुखी मंडल भाजपा की बैठक के बारे में पूछा तो उन्होेंने बताया कि हिमाचल में समानांतर सरकार नहीं चलनी चाहिए।जिन लोगों को ज्वालामुखी में पार्टी से निकाला, उन्हें ही अधिमान देकर पदाधिकारी बना दिया। बाकी विधानसभा क्षेत्रों में भी राणा ने ऐसे ही हालात बना रखे हैं। संगठन महामंत्री होने के नाते उन्हें विधायक मजबूत करने चाहिए, तभी पार्टी की सरकार फिर से सत्ता में आएगी, लेकिन उन्होंने कई लोगों को एमएलए पद के लिए उम्मीदवार बना दिया है।
राणा ने तबादलों से लेकर विकास कार्य तक सबको अपने हाथ में ले लिया है। वह खुद घोषणाएं कर रहे हैं, जबकि ये चुने हुए नुमाइंदों का काम है। उन्हें प्रताडि़त होना पड़ रहा है। ज्वालामुखी मंडल के 11 लोगों ने भी मुख्यमंत्री को वस्तुस्थिति से अवगत कराया है।
भाजपा के प्रदेश संगठन मंत्री पवन राणा ने कहा कि रमेश धवाला के दिमाग में मिनिस्टेरिया बीमारी चढ़ गई है। भगवान उनको ठीक करे और उन्हें सद्बुद्धि दे। इससे ज्यादा वह कोई टिप्पणी नहीं करना चाहेंगे