देश में बढ़ती मॉब लिंचिंग की घटनाओं पर 49 हस्तियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक चिट्ठी लिखकर चिंता जताई थी. बुधवार 24 जुलाई को इस चिट्ठी के सामने आने के बाद विवाद भी शुरू हो गया है. पहले मणिरत्नम ने चिट्ठी पर हस्ताक्षर करने के दावे से इनकार किया और अब हस्ताक्षर करने वाले एक एक्टर कौशिक सेन ने मौत की धमकियां मिलने का दावा किया है. न्यूज एजेंसी पीटीआई से बातचीत में कौशिक सेन ने कहा, “मुझे किसी अनजान नंबर से फोन पर लगातार जान से मारने की धमकियां दी जा रही हैं. मैंने इस बारे में पुलिस को सूचना दे दी है.”
कौशिक ने बताया, मुझे मॉब लिंचिंग और असहिष्णुता के खिलाफ आवाज उठाना बंद नहीं करने पर गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी गई. मुझे कहा गया कि अगर मैं अपना तरीका नहीं बदलता हूं, तो मेरी हत्या कर दी जाएगी. कौशिक सेन ने कहा, “ईमानदारी से कहूं तो, मैं इस तरह के कॉल को लेकर चिंतित नहीं हूं. मैंने कॉल के बारे में लेटर पर हस्ताक्षर करने वाले अन्य लोगों को भी सूचित कर दिया है और उन्हें भी फोन नंबर भेज दिया है.”
बता दें कि सिनेमा, कला और इतिहास के क्षेत्र से 49 प्रतिष्ठित हस्तियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर देश में बढ़ती मॉब लिंचिंग की घटनाओं पर चिंता व्यक्त की. सभी हस्तियों ने प्रधानमंत्री से मांग की है कि वे मॉब लिंचिंग की घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कानून बनाए ताकि आरोपियों को कड़ी सजा दी जाए. अहसमति को कुचला ना जाए.
चिट्ठी में लिखा है कि हमारा संविधान भारत को एक सेकुलर गणतंत्र बताता है, जहां हर धर्म, समूह, लिंग, जाति के लोगों के बराबर अधिकार हैं. इसमें मांग की गई है कि दलितों, मुस्लिमों और दूसरे अल्पसंख्यकों की लिंचिंग की रोकथाम हो. इस बीच फिल्म मेकर विवेक अग्निहोत्री और अशोक पंडित ने आरोप लगाया कि नरेंद्र मोदी सरकार के दोबारा वापस आने के बाद कुछ लोग सक्रिय हो गए हैं. ये लोग असहिष्णुता के मोदी सरकार और देश को बदनाम कर रहे हैं.
49 लोगों में केतन मेहता, कोंकणा सेन शर्मा, मणिरत्नम, नाराणयण सिन्हा, नवीन किशोर, मुदर पथेरया, परम्बराता चट्टोपाध्याय, पार्था चटर्जी, पिया चक्रवर्ती, प्रदीप कक्कड़, रामचंद्र गुहा, रत्नाबोली राय, रेवाथी आशा, रिद्धि सेन, रुपम इस्लाम, रुपसादास गुप्ता, शक्ति राय चौधरी, समिक बनर्जी, शिवाजी बसु, शुभा मुगदल, श्याम बेनेगल, सौमित्र चटर्जी, सुमन घोष, सुमित सरकार, तनिका सरकार, तपस रॉय चौधरी का नाम प्रमुखता से शामिल है.