मध्यप्रदेश फिर से टाइगर स्टेट बन गया है। उसने अपना खोया दर्जा हासिल कर लिया है। मध्य प्रदेश 526 बाघों के साथ देश में नंबर वन हो गया है। कर्नाटक 524 टाइगर के साथ दूसरे स्थान पर और उत्तरखंड 442 टाइगर के साथ तीसरे नंबर पर रहा
अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस पर मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मध्यप्रदेश को देश में सबसे अधिक बाघ वाले प्रदेश का दर्जा मिलने पर भी ख़ुशी जाहिर की है। उन्होंने बाघ प्रदेश का दर्जा पुनः हासिल करने पर प्रदेश के सभी नागरिको को बधाई। सभी राष्ट्रीय उद्यानों के प्रबंधन अमले को, बाघ संरक्षण से जुड़ी सभी संस्थाओं, व्यक्तियों, विशेषज्ञों को भी इस उपलब्धि के लिए बधाई। कमलनाथ ने कहा कि टाइगर प्रदेश की आन-बान और शान हैं। इनके संरक्षण के लिए जो बन पड़ेगा, वह किया जाएगा।
सोमवार को ‘वर्ल्ड टाइगर डे’ के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बाघों की जनगणना-2018 रिपोर्ट जारी की। उन्होंने कहा है कि भारत दुनिया में बाघों के लिए सबसे सुरक्षित जगह है। लिहाजा बाघों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है।
आज देश में बाघों की संख्या 3000 तक जा पहुंची हैं। पूरी दुनिया में बाघों की तेजी से घटती संख्या के प्रति संरक्षण के लिए जागरूकता फैलाने को लेकर हर साल 29 जुलाई को ‘वर्ल्ड टाइगर डे’मनाया जाता है। इस मौके पर प्रधानमंत्री ने कहा कि 9 साल पहले सेंट पीटसबर्ग में तय किया गया था कि 2022 तक बाघों की संख्या दोगुनी की जाएगी लेकिन हमने ये लक्ष्य 4 साल में ही पूरा कर लिया।
पीएम मोदी के मुताबिक, साल 2014 में भारत में संरक्षित इलाकों की संख्या 692 थी जो 2019 में बढ़कर 860 से ज्यादा हो गई है। इसके अलावा कम्युनिटी रिजर्व की संख्या में भी इज़ाफा हुआ है। साल 2014 में ये संख्या 43 से बढ़कर 100 से ज्यादा हो गई है। उन्होंने कहा, ‘आज हम गर्व के साथ कह सकते हैं कि भारत करीब 3 हज़ार टाइगर्स के साथ दुनिया के सबसे बड़े और सबसे सुरक्षित हैबिटैट्स में से एक है।’
इंटरनेशनल टाइगर डे पर मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मिन्टो हॉल में राज्य स्तरीय कार्यक्रम का शुभारंभ कर किंगडम ऑफ टाइगर्स फोटो प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। इस मौके पर ‘बाघों की कहानी, मुन्ना की जुबानी’ पुस्तक का विमोचन भी किया गया। इस अवसर पर वन मंत्री उमंग सिंघार भी उपस्थित रहे।