मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के भांजे रतुल पुरी के खिलाफ आयकर विभाग ने बड़ी कार्रवाई की है. आयकर विभाग की बेनामी निषेध इकाई ने रतुल पुरी और उनके फर्मों की 254 करोड़ की संपत्ति को जब्त किया है. रतुल पुरी पर राजीव सक्सेना की मदद से एफडीआई के रूप में पैसा भारत लाने का आरोप है.
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अगस्ता वेस्टलैंड वीवीआईपी हेलीकॉप्टर सौदा मामले में रतुल पुरी के पास घोटाले के पैसे मिलने का आरोप लगाया है. भारतीय वायुसेना के लिए 12 वीवीआईपी हेलिकॉप्टरों की खरीद के लिए एंग्लो-इतालवी कंपनी अगस्ता-वेस्टलैंड के साथ करार किया गया था. यह करार साल 2010 में 3 हजार 600 करोड़ रुपये का था लेकिन जनवरी 2014 में भारत सरकार ने इसको रद्द कर दिया था. आरोप है कि इस करार में 360 करोड़ रुपये का कमीशन दिया गया था. इस मामले में रतुल पुरी का भी नाम आया था. हालांकि मामले में आरोपी से सरकारी गवाह बने राजीव सक्सेना ने पूछताछ में रतुल पुरी के नाम को छिपा लिया था.
अभी हाल में एक चौंकाने वाली घटना हुई जिसमें रतुल पुरी प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की पूछताछ से बचने के लिए चुपके से ईडी की पूछताछ से बाहर निकल गए. एजेंसी के एक अधिकारी ने बताया कि शुक्रवार को अगस्ता वेस्टलैंड वीवीआईपी हेलीकॉप्टर सौदा मामले में पुरी से पूछताछ चल रही थी, इस बीच उन्होंने जांच अधिकारी से वाशरूम जाने के लिए छुट्टी मांगी, लेकिन वह वहां से भाग निकले. जब वे पूछताछ के लिए नहीं पहुंचे तो एजेंसी के अधिकारियों ने उनके मोबाइल पर फोन किया लेकिन फोन स्विच ऑफ था.