इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच 1 अगस्त से एशेज सीरीज की शुरुआत होगी. एशेज सीरीज के साथ ही टेस्ट चैम्पियनशिप की शुरुआत भी होने जा रही है. भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली का मानना है कि टेस्ट चैम्पियनशिप के आने से टेस्ट मैचों में पहले से ज्यादा प्रतिस्पर्धा देखने को मिलेगी. भारत इस चैम्पियनशिप के लिए अपनी पहली सीरीज वेस्टइंडीज के खिलाफ खेलेगा. भारत और विंडीज के बीच दो मैचों की टेस्ट सीरीज खेली जाएगी जिसकी शुरुआत 22 अगस्त से होगी.
कोहली ने कहा, “हम सभी टेस्ट चैम्पियनशिप को लेकर उस्ताहित हैं क्योंकि लंबे दौरों के बाद हमें लगता है कि एक या दो टेस्ट सही नहीं हैं. यह इस समय टेस्ट क्रिकेट के लिए भी अच्छी बात है क्योंकि बीते कुछ सालों से हम बात कर रहे थे कि कैसे टेस्ट क्रिकेट में प्रशंसकों की रुचि को बढ़ाया जाए.”
कोहली ने आगे कहा, “टेस्ट क्रिकेट को आगे ले जाने की जरूरत है. खिलाड़ी हमेशा से अपना योगदान दे रहे हैं, लेकिन अगर वर्ल्ड लेवल पर देखा जाए तो यह जरूरी था कि टेस्ट क्रिकेट से एक प्रेरणा जुड़ी हो और टेस्ट चैम्पियनशिप इसे वो चीज देगी. जो भी खिलाड़ी टेस्ट क्रिकेट खेलेंगे उनके लिए हर सत्र पहले से कई ज्यादा प्रतिस्पर्धी हो जाएगा. यह चुनौतीपूर्ण तो होगा लेकिन मुझे लगता है कि सभी टीमें इसका लुत्फ उठाएंगी.”
भारत इस समय आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में पहले स्थान पर है.टेस्ट चैम्पियनशिप में शीर्ष नौ टीमें हिस्सा लेंगी, जिनमें भारत के अलावा आस्ट्रेलिया, बांग्लादेश, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड, पाकिस्तान, दक्षिण अफ्रीका, श्रीलंका और वेस्टइंडीज शामिल हैं. इस टेस्ट चैम्पियनशिप के दौरान दो साल में कुल 27 सीरीज में 71 टेस्ट मैच खेले जाएंगे. सीरीज का फाइनल जून 2021 में होगा.सीरीज के मुताबिक, हर टीम अपने घर में तीन और घर से बाहर तीन सीरीज खेलगी. हर सीरीज के 120 अंक होंगे. दो मैचों की सीरीज में एक मैच के 60 अंक होंगे तो तीन मैचों की सीरीज में एक मैच के 40 अंक होंगे. टाई से आधे अंक मिलेंगे जबकि ड्रॉ पर 3:1 के अनुपात में बांटा जाएगा.