प्रदेश पुलिस में सिपाही के एक 1063 पदों के लिए 11 अगस्त को होने वाली लिखित परीक्षा में केंद्र में मुन्ना भाई नहीं घुस पाएंगे। फर्जी अभ्यर्थी को रोकने के लिए पहली बार एडमिट कार्ड में क्यूआर कोड होगा। जिसे स्कैन कर परीक्षा देने वाले का पूरा ब्योरा मौके पर ही जांचा जाएगा। हिमाचल पुलिस की सिपाही भर्ती में यह पहली बार होने जा रहा है।
पुलिस भर्ती को पूरी तरह पारदर्शी बनाने के लिए इस बार पुलिस मुख्यालय ने प्रक्रिया के हर चरण को नया स्वरूप दिया है। पहली बार ऑनलाइन आवेदन के बाद शारीरिक दक्षता परीक्षा में टैब के जरिये अंक देने की व्यवस्था के बाद लिखित परीक्षा में भी गड़बड़ी की संभावना को शून्य करने के लिए एक नया प्रयोग किया जा रहा है। इस बार की परीक्षा में आने वाले अभ्यर्थियों के प्रवेश पत्र और अटेंडेंस शीट में क्यूआर कोड होगा जिससे परीक्षार्थी का फोटो सहित पूरा ब्योरा एक स्कैन में सामने आ जाएगा।
इससे फर्जी अभ्यर्थी का घुसना असंभव हो जाएगा, साथ ही अगर किसी ने घुसने की कोशिश की तो वह पहले ही पकड़ में आ जाएगा। इस बार की लिखित परीक्षा में कुल 39 हजार 250 अभ्यर्थी शामिल होंगे। शारीरिक दक्षता परीक्षा खत्म होने के बाद अभ्यर्थियों की अंतिम सूची तैयार होते ही पुलिस मुख्यालय ने लिखित परीक्षा की तैयारियां शुरू कर दी हैं।आईजी ट्रेनिंग हिमांशु मिश्र ने बताया कि लिखित परीक्षा 80 अंक की होगी। इसमें सामान्य और ओबीसी श्रेणी के अभ्यर्थियों के लिए पासिंग अंक 40 रखे गए हैं। एससी और एसटी के लिए 32 अंक निर्धारित किए गए हैं। परीक्षा प्रदेश के सभी जिलों में निर्धारित परीक्षा केंद्रों पर दोपहर 12 से एक बजे के बीच होगी।
इसमें हिंदी और अंग्रेजी में सामान्य ज्ञान, गणित, विज्ञान और रिजनिंग से जुड़े ऑब्जेक्टिव सवाल पूछे जाएंगे। परीक्षा को पास करने वाले अभ्यर्थियों में से हर पद के लिए तीन अभ्यर्थियों को इंटरव्यू के लिए बुलाया जाएगा। मिश्र ने बताया कि परीक्षा केंद्र तय होने के साथ ही अभ्यर्थियों को एसएमएस और ई-मेल के जरिये एडमिट कार्ड जारी करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। अभ्यर्थियों को अगर एडमिट कार्ड नहीं मिल पाए हैं तो तो वह 8 अगस्त से पहले संबंधित जिले के पुलिस अधीक्षक के कार्यालय में संपर्क कर प्रवेश पत्र की प्रति हासिल कर सकते हैं।