मध्य प्रदेश के भोपाल में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की तीन दिवसीय बैठक विद्या भारती के कार्यालय में रविवार से शुरू हुई. इस बैठक में कश्मीर मसले पर चर्चा की भी संभावना है. हालांकि, पहले दिन कश्मीर सहित और वहां मची उथल-पुथल मसलों पर चर्चा नहीं हुई. माना जा रहा है कि सोमवार को राजनीतिक मसलों पर चर्चा हो सकती है. संघ से जुड़े सूत्रों के अनुसार, इस तीन दिवसीय बैठक में संघ के सह कार्यवाहक एम. कृष्ण गोपाल हिस्सा ले रहे हैं. बैठक के पहले दिन संघ के बौद्धिक संगठनों के साथ विचार-विमर्श किया गया, साथ ही अनुषांगिक संगठनों से चर्चा की गई. इसके अलावा संघ की शाखाओं के विस्तार की रणनीति पर भी विमर्श हुआ.
बैठक में कश्मीर में मची उथल-पुथल पर चर्चा की संभावना थी, लेकिन संघ के एक पदाधिकारी ने बताया ‘पहले दिन कश्मीर सहित अन्य मसलों पर चर्चा नहीं हुई, बल्कि जो विषय पहले से तय थे, उन्हीं पर संवाद सीमित रहा है. सोमवार को राजनीतिक मसलों पर चर्चा संभव है.’ बता दें आतंकवादी धमकी के ताजा इंटेलीजेंस इनपुट खास तौर से अमरनाथ यात्रा को निशाना बनाए जाने की बात सामने आई थी जिसके बाद सेना ने एक आदेश जारी करके पर्यटकों और अमरनाथ यात्रियों को घाटी छोड़ने को कहा था.
जम्मू कश्मीर के गृह विभाग ने यह एडवाइजरी जारी करते हुए कहा कि इस तरह के इनपुट हैं कि यात्रा को पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों की ओर से निशाना बनाया जा सकता है. जिसको लेकर यह सुझाव दिया जाता है कि तीर्थयात्री घाटी से जल्द से जल्द लौटें.
साथ ही कश्मीर में तनाव के बीच नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता और जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला के आवास पर रविवार को एक सर्वदलीय बैठक हुई. जिसके बाद फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि हिंदुस्तान और पाकिस्तान को ऐसा कोई कदम नहीं उठाना चाहिए जिससे दोनों मुल्कों में तनाव बढ़े. जानकारी के मुताबिक सोमवार सुबह पीएम नरेंद्र मोदी के आवास पर दिल्ली में कैबिनेट की बैठक होने जा रही है. कहा जा रहा है कि इस बैठक में कोई बड़ा फैसला लिया जा सकता है. इससे पहले ही कश्मीर के सभी दलों ने बैठक कर अपनी मंशा साफ कर दी है.