टेस्ट क्रिकेट में तेज गेंदबाजी को अलग पहचान देने वाले दक्षिण अफ्रीका के स्टार खिलाड़ी डेल स्टेन ने इस फॉर्मेट को अलविदा कह दिया है. पिछले चार साल से चोट से जूझने के बाद डेल स्टेन ने टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहने का फैसला किया. स्टेन ने 2004 में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट डेब्यू किया था और फिर 93 मैचों के सफर में उन्होंने 439 विकेट चटकाए. टेस्ट क्रिकेट से डेल स्टेन के संन्यास के बाद उनके कई साथियों ने उन्हें चैम्पियन और अपने जमाने को महानतम खिलाड़ियों में से एक करार दिया
टेस्ट क्रिकेट में डेल स्टेन दक्षिण अफ्रीका के सबसे सफल गेंदबाज हैं. स्टेन की कप्तानी करने वाले फाफ डु प्लेसिस ने स्टेन को अपने जमाने का महानतम गेंदबाज करार दिया. प्लेसिस ने ट्वीट किया, “वह अपने जमाने के महानतम खिलाड़ी रहे हैं. आंकड़े झूठ नहीं बोलते और सच्चाई यह है कि वह टेस्ट मैचों में चैम्पियन गेंदबाज रहे हैं डिविलियर्स ने लिखा, “कई सारी यादें हैं बताने के लिए. हमने अपने जमाने के सबसे बेहतरीन गेंदबाज स्टेन को कई सालों तक गेंदबाजी करते देखा. आप महानम खिलाड़ियों में एक हैं. आप अच्छे इंसान और एक बेहतरीन टीममैन रहे हैं.” डिविलियर्स ने भी पिछले साल क्रिकेट को अलविदा कह दिया था.
प्लेसिस और डिविलियर्स के अलावा हर्शेल गिब्स और भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली ने भी स्टेन की जमकर तारीफ की. कोहली के साथ स्टेन रॉयल चैलेंजर्स के लिए आईपीएल खेल चुके हैं. कोहली ने ट्वीट किया, “इस खेल का एक असल चैम्पियन. हैपी रिटायरमेंट पेस मशीन.”
क्रिकेट साउथ अफ्रीका (सीएसए) ने एक बयान में बताया कि स्टेन का 2019-20 सीजन का अनुबंध कायम रहेगा और वह वनडे तथा टी-20 अंतर्राष्ट्रीय मैचों के लिए उपलब्ध रहेंगे. 36 साल के स्टेन ने एक बयान में कहा, “मैं क्रिकेट के उस प्रारूप से अलग हो रहा हूं, जिससे सबसे ज्यादा प्यार किया. मेरा मानना है कि टेस्ट क्रिकेट खेल का बेहतरीन वर्जन है. यह आपकी मानसिक, शारीरिक और भावनात्मक तौर पर परीक्षा लेता है.”उन्होंने आगे कहा, “दोबारा टेस्ट न खेल पाने के बारे में सोचकर ही बुरा लगता है, लेकिन कभी न खेल पाना ज्यादा दर्दभरा है, इसलिए मैं वनडे व टी-20 पर ध्यान दूंगा