मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मंगलवार को कहा कि दूध और दूध से बने खाद्य पदार्थों से शुरू हुआ मिलावट के ख़िलाफ़ हमारा अभियान सतत जारी है। प्रदेश को मिलावट मुक्त बनाने तक ये अभियान जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि मिलावट एक नासूर है , इसे हम हर हाल में नेस्तनाबूद करके रहेंगे।
कमलनाथ ने कहा, “प्रदेश में मिलावट के प्रतिदिन के ख़ुलासे से मिलावट की भयावह तस्वीर सामने आती जा रही है। किस प्रकार थोड़े से स्वार्थ और मुनाफ़े की ख़ातिर लोगों के स्वास्थ्य के साथ जमकर खिलवाड़ किया जा रहा है। आश्चर्य इस बात का है कि इस गोरखधंधे को रोकने के लिये कोई ठोस प्रयास पहले नहीं हुए अन्यथा यह मर्ज़ जो आज एक गंभीर बीमारी बन चुका है, बन नहीं पाता। खाद्य पदार्थों में मिलावट को रोकने के लिये हम निरंतर कड़े क़दम उठा रहे है। मिलावट एक नासूर है , इसे हम हर हाल में नेस्तनाबूद करके रहेंगे।”
इधर, प्रदेश में चल रही छापामार कार्रवाई की तरह भोपाल में भी ऐसी ही कार्रवाई शुरू होगी। इसे लेकर मंगलवार को स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट ने इसे लेकर भोपाल कलेक्टर, कमिश्नर और डीआईजी के साथ एक बैठक की। बैठक में ये तय किया गया है कि भोपाल में भी मिलावटखोरों के लिए छापामार कार्रवाई होगी। इसके लिए संभाग स्तरीय एक टीम बनाई जाएगी। जिसमें प्रशासन, पुलिस और खाद्य विभाग के अफसर शामिल होंगे।